भारतीय क्रिकेट टीम के विश्व स्तर पर लाखों प्रशंसक हैं। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया के अभ्यास सत्र को देखने के लिए प्रशंसकों की काफी संख्या मैदान में पहुंची थी। इस घटना के बाद भारतीय टीम ने अभ्यास सत्र में प्रशंसकों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के विश्व स्तर पर लाखों प्रशंसक हैं। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया के अभ्यास सत्र को देखने के लिए प्रशंसकों की काफी संख्या मैदान में पहुंची थी। इस घटना के बाद भारतीय टीम ने अभ्यास सत्र में प्रशंसकों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस पर कप्तान रोहित शर्मा ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया और बताया कि आखिर क्यों अभ्यास सत्र के दौरान दर्शकों को प्रवेश से रोका गया है। रोहित शर्मा ने कहा कि अभ्यास सत्र के दौरान होने वाली रणनीतिक चर्चाएं निजी होती हैं, और टीम नहीं चाहती कि इन चर्चाओं में किसी बाहरी व्यक्ति का हस्तक्षेप हो। उन्होंने याद दिलाया कि एडिलेड में पिंक बॉल टेस्ट से पहले अभ्यास सत्र के दौरान भी प्रशंसक खिलाड़ियों को देखने पहुंचे थे। इस दौरान कुछ लोगों ने खिलाड़ियों के खिलाफ असंवेदनशील टिप्पणियां भी कीं, जो टीम के लिए चिंता का विषय था।
रोहित शर्मा ने एडिलेड टेस्ट मैच के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “नेट सेशन्स हमेशा निजी होते हैं। यह पहली बार था जब किसी अभ्यास सत्र में इतनी अधिक संख्या में लोग देख रहे थे। जब आप ट्रेनिंग कर रहे होते हैं, तो रणनीतियों और चर्चाओं पर भी काम होता है। हम नहीं चाहते कि इन चर्चाओं को कोई और सुने। यही कारण है कि इसे प्राइवेट रखा जाना जरूरी है। उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में यह भी कहा कि प्रशंसकों को ट्रेनिंग सत्र देखने के बजाय टेस्ट मैच के सभी पांच दिनों के दौरान मैच देखने आना चाहिए।
ऑस्ट्रेलिया में ओपन ट्रेनिंग सेशन्स कोई नई बात नहीं है, लेकिन भारतीय टीम के अभ्यास सत्र में इस प्रकार की स्थिति पैदा होने के बाद टीम मैनेजमेंट ने इस पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया। इसका मुख्य कारण रणनीतिक चर्चाओं का प्राइवेसी बनाए रखना और किसी भी प्रकार की बाहरी टिप्पणियों से बचाव था।
Read Also :WTC : दूसरा टेस्ट हारने से भारत को लगा बड़ा झटका, टूट सकता है WTC फाइनल खेलने का सपना