नीतीश कुमार रेड्डी ने मेलबर्न टेस्ट में शतकीय पारी खेलकर भारत को संकट से उबार लिया. नीतीश ने इस दौरान वॉशिंगटन सुंदर के साथ मिलकर आठवें विकेट के लिए 127 रनों की पार्टनरशिप की. नीतीश रेड्डी ने शतकीय पारी और साझेदारी के दौरान रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी.
नई दिल्ली: नीतीश कुमार रेड्डी ने मेलबर्न टेस्ट में अपनी शानदार काबिलियत साबित करते हुए भारत के भविष्य के सितारे के रूप में अपनी पहचान बनाई है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे टेस्ट सीरीज के चौथे मैच में नीतीश ने अपना पहला टेस्ट शतक बनाया।नीतीश ने पहली पारी में नंबर आठ पर बल्लेबाजी करते हुए 176 गेंदों का सामना किया और नाबाद 105 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 10 चौके और 1 छक्का जड़ा। यह उनके टेस्ट करियर का पहला शतक था।
नीतीश कुमार रेड्डी ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर टेस्ट क्रिकेट में आठवें या उससे निचले क्रम पर पहली बार शतक बनाया है। इससे पहले, 2008 में एडिलेड टेस्ट में अनिल कुंबले ने 87 रन बनाए थे। नीतीश अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में 8वें या उससे निचले क्रम पर शतक बनाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। इससे पहले, 2017 में ऋद्धिमान साहा ने रांची टेस्ट में 117 रन बनाए थे। नीतीश कुमार रेड्डी ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट शतक जड़ने वाले तीसरे सबसे कम उम्र के भारतीय बल्लेबाज हैं (21 साल 214 दिन)। इससे पहले, सचिन तेंदुलकर (18 साल 253 दिन) और ऋषभ पंत (21 साल 91 दिन) इस मामले में उनसे आगे हैं।
इसके अलावा, नीतीश कुमार रेड्डी मेलबर्न में टेस्ट शतक जड़ने वाले तीसरे सबसे कम उम्र के विदेशी बल्लेबाज हैं। ऑस्ट्रेलिया में शतक जड़ने वाले सबसे युवा भारतीय बल्लेबाजों की सूची में नीतीश का स्थान तीसरे नंबर पर है, जिसमें सचिन तेंदुलकर (18 साल 256 दिन), ऋषभ पंत (21 साल 92 दिन) और नीतीश कुमार रेड्डी (21 साल 216 दिन) शामिल हैं। नीतीश अब ऑस्ट्रेलियाई धरती पर किसी टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं, उन्होंने इस सीरीज में अब तक 8 छक्के लगाए हैं। यह आंकड़ा उन्हें मेहमान बल्लेबाजों की सूची में भी संयुक्त पहले स्थान पर ले आता है, जहां माइकल वॉन और क्रिस गेल भी आठ छक्के लगाने वाले खिलाड़ी रहे हैं।
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर नंबर-8 या उससे निचले क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए नीतीश कुमार रेड्डी ने अब तक का सबसे बड़ा स्कोर बनाया है। इससे पहले, 1902 में ऑस्ट्रेलिया के रेगी डफ ने नंबर-10 पर बैटिंग करते हुए 104 रन बनाए थे। इसके साथ ही, नीतीश और वॉशिंगटन सुंदर के बीच आठवें विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी भारत की ओर से ऑस्ट्रेलिया में आठवें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी बनी। 2008 सिडनी टेस्ट में सचिन तेंदुलकर और हरभजन सिंह के बीच आठवें विकेट के लिए 129 रनों की साझेदारी हुई थी, जिसे नीतीश और सुंदर ने तीन रन से चूकते हुए पीछे छोड़ा।
भारत के लिए विदेशी धरती पर आठवें या निचले क्रम पर 127 रनों की साझेदारी चौथी सबसे बड़ी साझेदारी रही। ऐसा दूसरी बार हुआ है जब भारत के लिए टेस्ट पारी में 8वें या उससे नीचे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए दो खिलाड़ियों ने 150 या उससे अधिक गेंदों का सामना किया। इससे पहले, सैयद किरमानी और शिवलाल यादव ने 1981 में न्यूजीलैंड के खिलाफ ऑकलैंड में ऐसा किया था।
27 फर्स्ट क्लास मैच, 1063 रन, 59 विकेट
22 लिस्ट-ए मैच, 403 रन, 36.63 औसत, 14 विकेट
23 टी20 मैच, 485 रन, 6 विकेट
3 टी20I मैच, 90 रन, 3 विकेट
4 टेस्ट मैच, 284 रन, 3 विकेट
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