ICC to remove MS Dhoni Gloves Army Insignia :भारतीय सेना के प्रति महेंद्र सिंह धोनी का प्यार और सम्मान किसी से छिपा नहीं है. विश्व के पहले मैच में धोनी बलिदान बैज वाले कीपिंग ग्लव्स के साथ मैदान में उतरे, जिसके बाद धोनी की हरतरफ वाहवाही हुई. लेकिन आईसीसी ने धोनी के इन ग्लव्स पर से बलिदान बैज हटाने के लिए बीसीसीआई से कहा है.
नई दिल्ली: 5 जून को भारत ने दक्षिण अफ्रिका को हराकर विश्व कप में जीत के साथ आगाज किया. इस मैच कौ रोहित शर्मा की शानदारी शतकीय पारी ने खास बनाया. इसके अलावा दर्शकों की नजर जब विकेटरकीपर महेंद्र सिंह धोनी के ग्लव्स पर पड़ी को तो सब चौंक गए. इस बार धोनी के ग्लव्स कुछ खास थे. इन ग्लव्स को पहनकर माही ने एक अलग ही अंदाज में पैरा स्पेशल फोर्स को सम्मान दिया. इन ग्लव्स पर ‘बलिदान बैज’ बना हुआ था. लेकिन आईसीसी ने बीसीसीआई से धोनी के इन ग्लव्स से बलिदान बैज को हटाने को कहा है.
आईसीसी की एक अधिकारी क्लेयर फरलॉन्ग ने कहा,’ बीसीसीआई को आईसीसी की ओर से धोनी के ग्लव्स से बलिदान बैज को हटाने के लिए कहा गया है’. आईसीसी की ओर से कहा गया है कि आईसीसी उपकरण और क्लोदिंग रेग्यूलेशन किसी भी अंतर्राष्ट्रीय मैच में किसी भी तरह के संदेश (राजनीतिक, धार्मिक या किसी भी नस्लीय गतिविधी) को दिखाने की अनुमति नहीं देता है. आपको बता दें कि 40वें ओवर में जब धोनी ने यजुविंदर चहल की गेंद पर एंडिले फहलुकवायो को स्टंप आउट किया था, तभी आर्मी का ये खास बैज कैमरे में कैद हो गया था. यह देखकर धोनी के फैन्स काफी उत्साहित हो गए और सोशल मीडिया पर कैप्टन कूल की तारीफ करने लगे.
International Cricket Council (ICC) has requested Board of Control for Cricket in India (BCCI) to get the 'Balidaan Badge' or the regimental dagger insignia of the Indian Para Special Forces removed from Mahendra Singh Dhoni's wicket-keeping gloves. pic.twitter.com/63rOjsCooX
— ANI (@ANI) June 6, 2019
क्या होता है बलिदान बैज
बलिदान बैज पैराशूट रेजिमेंट के विशेष बलों के पास होता है और हर कोई इसका इस्तेमाल नहीं कर सकता है. इस बैज पर देवनागरी लिपी में हिन्दी में बलिदान लिखा होता है. इसे सिर्फ भारतीय सेना के पैरा कमांडो ही लगा सकते हैं. पैरा स्पेशल फोर्स को पैरा एसएफ भी कहा जाता है और ये इंडियन आर्मी की स्पेशल ऑपरेशन यूनिट होती है. 2016 में पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक करने वाली टीम पैराएसएफ ही थी.क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को वर्ष 2011 में प्रादेशिक सेना में मानद ले.कर्नल की उपाधी दी गई थी. ये सम्मान पाने वाले धोनी कपिलदेव के बाद दूसरे क्रिकेटर हैं. धोनी पैरा ट्रूपिंग कीट्रेनी ले चुके हैं. धोनी ने पैरा बेसिक कोर्स पूरा किया है.