ICC Cricket World Cup 2019: 12वें क्रिकेट वर्ल्ड कप की शुरुआत होने में एक हफ्ते से भी कम समय बचा है. ऐसे में विश्व कप में भाग लेने वाली ज्यादातर टीमें या तो ट्रेनिंग कैंप में पसीना बहा रही या फिर दूसरे देशोें के खिलाफ वनडे सीरीज खेल रही हैं. वहीं भारतीय टीम के खिलाड़ी देश और विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं. सबसे बड़ी बात ये है कि विश्व कप के लिए घोषित की गई टीम इंडिया में शामिल खिलाड़ियों का फिटनेस टेस्ट यानी यो यो टेस्ट नहीं होगा और नहीं टीम के लिए ट्रेनिंग कैंप लगाया जाएगा. जबकि टीम इंडिया का हमेशा रिकॉर्ड रहा कि किसी भी देश के खिलाफ खेलने से पहले टीम में शामिल खिलाड़ियों का यो यो टेस्ट होता था. लेकिन इस बार टीम प्रबंधन ने विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों का यो यो टेस्ट और ट्रेनिंग कैंप लगाना उचित नहीं समझा.
नई दिल्ली. क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 की शुरुआत होने में एक हफ्ते से भी कम समय बचा है. 12वें क्रिकेट विश्व कप का आयोजन इंग्लैंड और वेल्स में किया गया है. क्रिकेट वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए और इसमें शामिल होने वाली कई टीमें जबरदस्त तैयारियां कर रही हैं. वहीं भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी आईपीएल समाप्त होने के बाद छुट्टियां मना रहे हैं. टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और युजवेंद्र चहल गोवा में तो उपकप्तान रोहित शर्मा मालदीव में आईपीएल की थकान उतार रहे हैं. ताज्जुब वाली बात ये है कि विश्व कप 2019 के लिए घोषित की गई टीम में शामिल खिलाड़ियों का यो यो टेस्ट भी नहीं होगा. इतना ही नहीं वर्ल्ड कप से पहले टीम इंडिया में शामिल खिलाड़ियों के लिए ट्रेनिंग कैंप भी नहीं लगाया जाएगा. हालांकि कागज पर ये बात कही गई थी की टीम में शामिल होने वाले खिलाड़ियों का फिटनेस होगा और उनके लिए ट्रेनिंग कैंप भी लगाया जाएगा.
दरअसल इंडियन प्रीमियर लीग 2019 समाप्त होने के बाद टीम प्रबंधन ने आईपीएल खेल रहे भारतीय खिलाड़ियों को रिलैक्स होने की सलाह दी है. जिसके चलते खिलाड़ियों की फिटनेस के लिए होने वाले यो यो टेस्ट और ट्रेनिंग कम्प को भी ताक पर रख दिया गया है. वर्ल्ड कप टीम में शामिल खिलाड़ियों से टीम प्रबंधन ने कहा है कि वे 21 मई को मुंबई में एकत्रित हों. क्योंकि 22 मई को भारतीय टीम विश्व कप में भाग लेने के लिए लंदन की उड़ान भरेगी.
स्मरण रहे कि भारतीय टीम जब कभी दूसरी टीम के खिलाफ खेलती है तो सीरीज से पहले टीम में शामिल खिलाड़ियों की फिटनेस की जांच करने के लिए यो यो टेस्ट होता है. लेकिन टीम प्रबंधन ने विश्व कप जैसे बड़े इवेंट के दौरान खिलाड़यों का यो यो टेस्ट कराना मुनासिब नहीं समझा.
जुलाई 2018 में जब भारतीय टीम इंग्लैंड सीरीज खेलने गई तो अंबाती रायडू को टीम में इसलिए नहीं शामिल किया गया कि वह यो यो टेस्ट नहीं पास कर पाए थे. जबकि बीते साल अंबाती रायडू का आईपीएल में शानदार प्रदर्शन रहा. इसी तरह अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में मोहम्मद शमी को इसलिए नहीं शामिल किया गया क्योंकि वह यो यो टेस्ट में फेल हो गए थे.
संजू सैमसन का 2018 में भारत ए टीम में इसलिए सिलेक्शन नहीं हुआ क्योंकि वह यो यो टेस्ट नहीं क्लियर कर सके. बीते साल टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री ने कहा था कि अगर कोई खिलाड़ी ये सोचे कि बिना यो यो टेस्ट पास किए उसे टीम में जगह मिलेगी तो ये उसकी भूल है.
https://youtu.be/4TQyv_Q6DmM
भारत को छोड़ वर्ल्ड कप में शामिल होने वाली अगर बाकी टीमों को देखा जाए तो वे या तो ट्रेनिंग कैंप में पसीना बहा रहीं या फिर वनडे सीरीज खेल रही हैं. मिसाल के तौर पर अफगानिस्तान की टीम का ट्रेनिंग कैंप साउथ अफ्रीका में लगा है और वह विश्व की जमकर तैयारी कर रही है. साउथ अफ्रीका की टीम भी विश्व कप को देखते हुए ट्रेनिंग कैंप में पसीना बहा रही है. वेस्टइंडीज, बांग्लादेश और आयरलैंड के बीच त्रिकोणीय सीरीज खेली जा रही है. जबकि पाकिस्तान की टीम मौजूदा समय में इंग्लैंड के खिलाफ उसी की सरजमीं पर पांच वनडे मैचों की सीरीज खेल रही है.