ICC ने पेनल्टी पर एक बयान जारी करते हुए बताया कि अगले साल लॉर्ड्स में होने वाले WTC फाइनल की रेस अब और रोमांचक हो गई है।
नई दिल्ली : अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने इंग्लैंड और न्यूजीलैंड को क्राइस्टचर्च में खेले गए पहले टेस्ट मैच में स्लो-ओवर रेट के कारण तीन पेनल्टी प्वाइंट्स की सजा दी है। इंग्लैंड पहले ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल की रेस से बाहर हो चुका है, लेकिन इस पेनल्टी ने न्यूजीलैंड की उम्मीदों को गंभीर धक्का दिया है। पेनल्टी के बाद न्यूजीलैंड WTC प्वाइंट्स टेबल में चौथे स्थान से पांचवे स्थान पर गिर गया है और श्रीलंका को चौथे स्थान का फायदा मिला है।
न्यूजीलैंड का प्वाइंट्स प्रतिशत अब घटकर 47.92 हो गया है और यदि वे आगामी सभी मैच जीतते हैं तो उनका अधिकतम प्वाइंट्स प्रतिशत 55.36 तक पहुंच सकता है। फिलहाल ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका और भारत उनकी तुलना में आगे हैं। भारत 61.11 प्रतिशत के साथ पहले, दक्षिण अफ्रीका 59.26 प्रतिशत के साथ दूसरे, ऑस्ट्रेलिया 57.26 प्रतिशत के साथ तीसरे और श्रीलंका 50 प्रतिशत के साथ चौथे स्थान पर हैं। ऐसे में न्यूजीलैंड को फाइनल में जगह बनाने के लिए अन्य टीमों के प्रदर्शन पर निर्भर रहना होगा। भले ही वे इंग्लैंड के खिलाफ बाकी दोनों मैच जीत लें।
ICC ने पेनल्टी पर एक बयान जारी करते हुए बताया कि अगले साल लॉर्ड्स में होने वाले WTC फाइनल की रेस अब और रोमांचक हो गई है। क्राइस्टचर्च में खेले गए इंग्लैंड और न्यूजीलैंड मैच में स्लो-ओवर रेट के चलते दोनों टीमों पर मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया और उनके WTC प्वाइंट्स में तीन अंकों की कटौती की गई है।अब जबकि न्यूजीलैंड के लिए फाइनल में जगह बनाना कठिन होता जा रहा है, भारत के लिए खतरा कम हो गया है। श्रीलंका का आगामी शेड्यूल भी कठिन है, जिससे भारत, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका को ही फाइनल के लिए प्रमुख दावेदार माना जा रहा है।
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