भारतीय महिला क्रिकेट कप्तान मिताली राज से आईसीसी के बैठक में पूछा गया कि क्या उनसे कभी किसी सट्टेबाज ने मैच फिक्स करने के लिए संपर्क किया था. मिताली राज ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा- अब तक नहीं. बता दें कि आईसीसी के विशेष आमंत्रण पर मिताली राज बैठक में हिस्सा लेने पंहुची थी. जहां उन्होंने महिला क्रिकेट में हुए बदलाव पर अपने विचार पेश किए.
नई दिल्ली. आईसीसी की पांच दिवसीय बैठक के दौरान भारतीय महिला क्रिकेट कप्तान मिताली राज से पूछा गया कि क्या उनसे कभी किसी सट्टेबाज ने मैच फिक्स करने के लिए संपर्क किया था. दरअसल मिताली राज विशेष आमंत्रण पर आईसीसी की बैठक में हिस्सा लेने पहुंची थी. जहां उनसे ऐसा सवाल किया गया. गौरतलब है कि मिताली राज ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा- अब तक नहीं
मिली जानकारी के अनुसार आईसीसी अंडर- 19 और महिला क्रिकेट को बढ़ावा दे रही हैं जिसके तहत इन मैचों का अधिक से अधिक प्रसारण किया जा रहा हैं. अंडर-19 और महिला क्रिकेट के लिए अधिक से अधिक मैचों का प्रसारण बहुत ही सराहनीय कदम है. क्योंकि प्रसारण होने के बाद ही महिला क्रिकेट को लेकर समाज में जागरुकता आई हैं. वहीं मिताली राज का मानना है कि आईसीसी के इस कदम से महिला क्रिकेट में बहुत बदलाव आए हैं. उन्होंने कहा जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था तब महिला क्रिकेट और मुझे कोई नहीं जानता था. लेकिन आज हर कोई जानता है.
मिताली ने आगे कहा कि आईसीसी ने महिला क्रिकेट की तस्वीर बदल दी हैं. यह समय महिला क्रिकेट के लिए टर्निग प्वाइंट होगा. वर्ल्ड कप के बाद से जिस तरह से महिला क्रिकेट को सपोर्ट मिल रहा है, उससे साफ जाहिर होता है यह महिला किक्रेट के लिए अच्छे समय की शुरूआत है. बता दें कि मिताली राज मौजूदा भारतीय महिला क्रिकेट की कप्तान हैं. मिताली राज ने एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में 1999 में पहली बार भाग लिया था. वह टेस्ट क्रिकेट मैच में दोहरा शतक बनाने वाली पहली महिला है. यह इतिहास उसने इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए 2002 में बनाया. अभी तक यह महिला क्रिकेट का सर्वाधिक रन रिकॉर्ड है.
मिताली राज की लंबी छलांग, ICC वनडे रैंकिंग में नंबर वन
विराट कोहली लगातार दूसरी बार बने विजडन लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर