नई दिल्ली। हॉकी के सबसे बड़े टूर्नामेंट यानी हॉकी विश्व कप की मेजबानी भारत करने वाला है। भारत ने इस खेल में अपना आखिरी मेडल साल 1975 के टूर्नामेंट जीता था, तब से देश को अपने अगले पदक की तलाश है। 1975 में टीम ने जीता था अंतिम पदक भारतीय हॉकी टीम ने साल 1975 […]
नई दिल्ली। हॉकी के सबसे बड़े टूर्नामेंट यानी हॉकी विश्व कप की मेजबानी भारत करने वाला है। भारत ने इस खेल में अपना आखिरी मेडल साल 1975 के टूर्नामेंट जीता था, तब से देश को अपने अगले पदक की तलाश है।
भारतीय हॉकी टीम ने साल 1975 में अशोक कुमार और सुरजीत सिंह रंधावा के गोल की मदद से अपना आखिरी मेडल जीता था। इस मैच में टीम इंडिया ने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को 2-1 से करारी मात दी थी। इससे पर भारतीय हॉकी टीम ने साल 1971 में कांस्य और 1973 में रजत पदक अपने नाम किया था।
बता दें कि इस बार भारत चौथी बार हॉकी विश्व कप की मेजबानी कर रहा है। इस बार हॉकी का ये 15वां संस्करण है, जिसका आयोजन 13 से 29 जनवरी तक होगा। इस बड़े टूर्नामेंट का आयोजन स्थल ओडिशा के राउरकेला और भुवनेश्वर को बनाया गया है। बता दें कि भारत हॉकी विश्व कप में सबसे ज्यादा बार भाग लेने वाली टीम है। इसने 14 बार हॉकी विश्व कप में भाग लिया है।
गौरतलब है कि टीम इंडिया को 48 वर्षों से अपने दूसरे पदक की तलाश है। लेकिन इस बार टीम इंडिया द्वारा पदक जीतने की उम्मीद जगी है, ऐसा इस लिए है क्योंकि हाल ही में टीम ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य और 2021-22 एफआईएच प्रो हॉकी लीग में तीसरे नंबर पर रही थी।
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