नई दिल्ली: बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर भारत आईं शेख हसीना अभी गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस के गेस्ट हाउस में हैं. बताया जा रहा है कि वह यूएई या सऊदी अरब जा सकती हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लंदन में पनाह न मिलने पर वे फिनलैंड या मिडिल ईस्ट […]
नई दिल्ली: बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर भारत आईं शेख हसीना अभी गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस के गेस्ट हाउस में हैं. बताया जा रहा है कि वह यूएई या सऊदी अरब जा सकती हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लंदन में पनाह न मिलने पर वे फिनलैंड या मिडिल ईस्ट के देशों जैसे- UAE और सऊदी अरब से शरण मांग सकती हैं.
बता दें कि शेख हसीना सरकार के तख्तापलट से पूरी दुनिया हैरान है. जिस हसीना को बांग्लादेश की जनता ने सर आंखों पर बिठाया था उसे देश छोड़कर भागने पर मजबूर होना पड़े ये बात किसी को पच नहीं रही है. देश-दुनिया में हसीना के सत्ता से बेदखल होनी की खूब चर्चा की जा रही है. इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में शख्स की मौत पर काफी बात रही है. बताया जा रहा है कि अगर इस पानी पिलाने वाले शख्स की आंदोलन के दौरान मौत नहीं होती तो शायद हसीना के खिलाफ आंदोलन इतना ज्यादा उग्र नहीं होता.
पानी पिलाने वाले जिस शख्स की आंदोलन के दौरान मौत हुई उसका नाम मीर महफूजुर रहमान मुग्धो था. वह बांग्लादेश यूनिवर्सिटी ऑफ प्रोफेशनल्स का छात्र था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मग्धो आंदोलन कर रहे छात्रों को पानी के बोतल बांटता था. इसके साथ ही वह ट्रैफिक कंट्रोल करता था, ताकि आंदोलन के वक्त कोई दिक्कत न आए. इस बीच 18 जुलाई को पुलिस की गोली लगने से उसकी मौत हो गई. मग्धो की मौत ने छात्रों आंदोलन को काफी ज्यादा भड़का दिया. इस घटना के बाद गुस्साए छात्रों ने कहा कि अब तक शेख हसीना सरकार को उखाड़ नहीं फेकेंगे तब तक रूकेंगे नहीं.
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