भारत के ग्रैंडमास्टर डी गुकेश दुनिया के सबसे युवा विश्व शतरंज चैंपियन बन गए हैं। उन्होंने गुरुवार को विश्व शतरंज चैंपियनशिप के 14वें और अंतिम दौर में चीन के डिंग लिरेन को हराया।
नई दिल्ली : भारत के ग्रैंडमास्टर डी गुकेश दुनिया के सबसे युवा विश्व शतरंज चैंपियन बन गए हैं। उन्होंने गुरुवार को विश्व शतरंज चैंपियनशिप के 14वें और अंतिम दौर में चीन के डिंग लिरेन को हराया। डी गुकेश की उम्र महज 18 साल है। क्या आप डी गुकेश का पूरा नाम और उनकी पढ़ाई जानते हैं? अगर नहीं जानते तो आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं। इसे शतरंज की फैक्ट्री कहा जाता है।
डी गुकेश का पूरा नाम डोमराज गुकेश है। वे चेन्नई के रहने वाले हैं। उनके पिता डॉ. रजनीकांत डॉक्टर और मां डॉ. पद्मा माइक्रो-बायोलॉजिस्ट हैं। गुकेश ने सात साल की उम्र में शतरंज सीखना शुरू कर दिया था। गुकेश को शुरुआती शतरंज की कोचिंग भास्कर ने दी थी। इसके बाद उन्हें स्वयं विश्वनाथन आनंद ने प्रशिक्षित किया।
सबसे कम उम्र के शतरंज चैंपियन डी गुकेश की औपचारिक स्कूली शिक्षा केवल चौथी कक्षा तक ही हुई है। वे चेन्नई के वेलम्मल मैट्रिकुलेशन हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ते थे। एक इंटरव्यू में गुकेश के पिता ने बताया था कि खेल और पढ़ाई के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए उन्हें चौथी कक्षा के बाद नियमित पढ़ाई से छूट दे दी गई थी। जब गुकेश ने प्रोफेशनली शतरंज खेलना शुरू किया, तो उसके बाद उन्होंने वार्षिक परीक्षा नहीं दी।
चेन्नई के वेलम्मल मैट्रिकुलेशन हायर सेकेंडरी स्कूल (मोगाप्पैर ब्रांच) को शतरंज की फैक्ट्री कहा जाता है। इस स्कूल से डी गुकेश ,प्रज्ञानंद, ए अधिबन और एसपी सेथुरमन समेत 17 भारतीय ग्रैंडमास्टर निकले हैं। यह स्कूल वेलम्मल एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा चलाया जाता है। इस स्कूल की स्थापना 1986 में हुई थी।
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