भारत में हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस मौके पर हम आपको भारत के उन खेल दिग्गजों के बारे में बताएंगे जिनका संबंध आर्मी से है.इनमें से कुछ खिलाड़ी सूबेदार हैं तो कुछ लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर हैं. इस लिस्ट में सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी से लेकर नीरज चोपड़ा तक शामिल हैं.
नई दिल्ली: भारत में हर साल आज के दिन यानी (15 जनवरी) को सेना दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस मौके पर हम आपको भारत के उन खेल दिग्गजों के बारे में बताएंगे जिनका संबंध आर्मी से है. इनमें से कुछ खिलाड़ी सूबेदार हैं तो कुछ लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर हैं. इस लिस्ट में सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी से लेकर नीरज चोपड़ा तक शामिल हैं. आइए आगे जानते हैं कि ये 7 खिलाड़ी किन बड़े पदों पर हैं.
सचिन तेंदुलकर को लोग ‘क्रिकेट का भगवान’ कहते हैं और टीम इंडिया के कप्तान भी रह चुके हैं. वह भारतीय ‘वायु सेना में ग्रुप कैप्टन’ भी हैं. यह पद विंग कमांडर के ऊपर है. क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट में उनके योगदान के लिए 2010 में भारतीय सेना द्वारा यह सम्मान दिया गया था.
महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी क्रिकेट उपलब्धियों के अलावा, साल 2011 में उन्हें Indian Territorial Army में ‘लेफ्टिनेंट कर्नल’ की मानद रैंक दी गई थी.उन्होंने 2015 में पैराशूट रेजिमेंट के साथ प्रशिक्षण लिया और विभिन्न सैन्य गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लिया. क्रिकेट और सशस्त्र बलों दोनों के प्रति धोनी का समर्पण कई मोर्चों पर अपने देश की सेवा करने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
भारतीय जेवलिन थ्रो खिलाड़ी और दो बार के ओलंपिक स्वर्ण और रजत पदक विजेता नीरज चोपड़ा राजपूताना राइफल्स में नायब ‘सूबेदार’ के पद पर हैं. उनके पिता सतीश कुमार भारतीय सेना में कार्यरत थे, जिससे नीरज में कर्तव्य, अनुशासन और कड़ी मेहनत की भावना प्रेरित हुई.
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और विश्व कप विजेता ऑलराउंडर कपिल देव 2008 में प्रादेशिक सेना में शामिल हुए और बाद में सेना ने उन्हें ‘लेफ्टिनेंट कर्नल’ का पद दिया. उनके पिता राम लाल निखंज भी भारतीय सेना में थे.
निशानेबाजी में भारत के पहले व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा को भारतीय सेना में ‘लेफ्टिनेंट कर्नल’ का पद दिया गया था. बिंद्रा सिख रेजिमेंट की टीए बटालियन में शामिल हुए. उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि भी सशस्त्र बलों में है. उनके पिता, एएस बिंद्रा, भारतीय सेना में कार्यरत थे.
भारत के महान एथलीट स्वर्गीय मिल्खा सिंह को “फ्लाइंग सिख” के नाम से भी जाना जाता है. वर्ष 1952 में वे भारतीय सेना में मानद ‘कैप्टन’ के पद पर रहे. सिंह की सैन्य सेवा ने उनके एथलेटिक करियर को प्रभावित किया, जिससे उनमें कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और दृढ़ता के मूल्य पैदा हुए।
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