नई दिल्ली: गुजरात के जामनगर के जाम साहब ने बीते शुक्रवार को(11/10/2024) को अपने वारिस का ऐलान किया. बता दें भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी और उप कप्तान अजय जडेजा होंगे जामनगर के अगले उत्तराधिकारी. दरअसल जामनगर के जाम शत्रुशल्यसिंहजी का कोई उत्तराधिकारी नहीं हो जो कि उनका वंश आगे बढ़ा पाए . बात करें […]
नई दिल्ली: गुजरात के जामनगर के जाम साहब ने बीते शुक्रवार को(11/10/2024) को अपने वारिस का ऐलान किया. बता दें भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी और उप कप्तान अजय जडेजा होंगे जामनगर के अगले उत्तराधिकारी. दरअसल जामनगर के जाम शत्रुशल्यसिंहजी का कोई उत्तराधिकारी नहीं हो जो कि उनका वंश आगे बढ़ा पाए . बात करें अजय जडेजा कि तो वे उनके काफी करीबी बताए जाते हैं. ये एक खास वजह है उन्होंने अजय जडेजा को अपना उत्तराधिकारी चुना है.
गौरतलब है कि अजय जडेजा जामनगर के शाही परिवार से ताल्लुक रखते हैं. अजय जडेजा रणजितसिंहजी और दिलिपसिंहजी के खानदान से आते हैं. शुक्रवार को अजय को उनके वारिश के तौर पर घोषित किया.
बताते चलें जामनगर के जाम साहब शत्रु शुल्य सिंह के पिताजी दिग्विजयसिंहजी 33 साल से जाम रहे है. दरअसल उनके चाचा आजादी से पहले भारतीय टीम के लिए खेलते थे. उनके नाम पर ही भारतीय टीम की घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी जानी जाती है.
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान अजय जडेजा ने सन् 1992 में 2000 तक भारतीय टीम के लिए खेला था. बात करेंगे हम अजय जडेजा कि कार कलेक्शन के बारे में उन्होंने अपनी पहली कार 16 साल के उम्र में ली थी. जो कि ब्लैक एम्बेसडर थी. एम्बेसडर एक समय में लोगों की बेहद पसंदीदा कार हुआ करती थी. हालांकि इसके बाद अजय ने मारुति जिप्सी खरीदी. फिलहाल वे एमपीवी और किया कार्निवल यूज करते हैं.
अजय जडेजा ने सन 1992 से 2000 तक भारतीय टीम के लिए खेला है. उन्होंने टेस्ट मैच खेले और 195 वनडे मैच में शिरकत की. उसके साथ ही उनके करियर में अलग मोड़ तब आया जब उनपर मैच फिक्सिंग के आरोप लगाए. जिसके बाद बीसीसीआई ने उनके ऊपर बैन लगा दिया था. हालांकि उनपर लगे बैन को दिल्ली हाईकोर्ट ने 2003 में हटा दिया था. बताते चलें अजय आईपीएल में काफी टीमों के मेंटार रहे हैं और उन्होंने हाल ही में अफगानिस्तान को कोचिंग दी है.