नई दिल्ली. दिल्ली जिला क्रिकेट संघ यानी (DDCA) ने ऐतिहासिक फिरोजशाह कोटला क्रिकेट ग्राउंड का नाम बदलकर अरुण जेटली के नाम पर रखने की घोषणा की है. डीडीसीए का कहना है कि अरुण जेटली ने अध्यक्ष रहते वक्त क्रिकेट के विकास में काफी योगदान दिया. ये अरुण जेटली ही थे जिन्होंने फिरोज कोटला मैदान पर दर्शकों की क्षमता बढ़ाने के लिए नए स्टैंड्स का निर्माण किया. वर्ल्ड क्लास ड्रेसिंग रूम बनवाए. कुल मिलाकर उन्होंने कोटला ग्राउंड का विकास कर इसे नया रूप दिया. बीते 24 अगस्त को भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का निधन हो गया था. लोगों के दिलों में उनकी याद हमेशा बनी रहे इसलिए फिरोज शाह कोटला का नाम बदलकर अरुण जेटली के नाम पर रखने का फैसला किया गया है. वहीं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने भी कोटला का नाम अरुण जेटली के नाम पर रखने की सहमति दे दी है.
अरुण जेटली का क्रिकेट प्रेम जग जाहिर था. वह कॉलेज लेवल तक क्रिकेट खेले थे. वह मीडियम पेसर बॉलर हुआ करते थे. वह अपने श्रीराम कॉलेज के लिए खेले. वह साल 1999 में डीडीसीए के अध्यक्ष बनें और इस पद पर 13 साल तक रहे. उनकी छवि स्वच्छ और बेदाग थी. साल 2014 में आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग का प्रकरण सामने आया उस समय अरुण जेटली भारतीय क्रिकेट बोर्ड के वाइस प्रेसीडेंट थे. इस घटना से आहत होकर उन्होंने बीसीसीआई उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. इससे पता चलता कि वह वयक्तिगत जीवन में कितने ईमानदार थे.
जिन दिनों अरुण जेटली डीडीसीए के अध्यक्ष थे उस समय दिल्ली और उसके आसपास इलाकों में क्रिकेट खूब फूला फला. उनके अध्यक्ष रहते वक्त वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, इशांत शर्मा, विराट कोहली, शिखर धवन जैसे क्रिकेटर निकले. जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अमिट छाप छोड़ी. इस सभी क्रिकेटर्स ने उनके निधन पर गहरा दुख शोक प्रकट किया था. टीम इंडिया के मौजूदा कप्तान विराट कोहली ट्वीट कर लिखा था कि अरुण जेटली बेहद मिलनसार इनसान थे और वह हमेशा मदद करने के लिए तैयार रहते थे.
अरुण जेटली क्रिकेट और क्रिकेटर्स के कितना लगाव रखते उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब वीरेंद्र सहवाग की शादी थी तो उन्होंने अपना सरकारी आवास सहवाग को शादी करने के लिए दे दिया था. इससे उनकी दरियादिली का पता चलता है. जब अरुण जेटली डीडीसीए के अध्यक्ष बनें तो उन्होंने स्पष्ट आदेश दिया था कि क्रिकेट और क्रिकेटर्स उनकी प्राथमिकता रहेंगे, उन्होंने कहा कि मैं एक क्रिकेट कल्चर स्थापित करना चाहता हूं. अरुण जेटली ने जूनियर लेवल पर क्रिकेटर्स के सिलेक्शन में रहे भाई भतीजावाद पर अंकुश लगाया.
अरुण जेटली के लिए इससे बड़ी श्रद्धांजलि क्या हो सकती है कि सैकड़ों वर्ष पुराने क्रिकेट स्टेडियम फिरोजशाह कोटला का नाम बदलकर उनके नाम पर अरुण जेटली रखा जाएगा. फिरोजशाह कोटला भारत के उन गिने चुने स्टेडियम में से एक होगा जिनके नाम परिवर्तित किए गए हैं. इससे पहले लखनऊ स्थित इकाना इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम का नाम बदलकर भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम रखा गया था.
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