नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच बर्मिंघम के एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए रिशेड्यूल्ड टेस्ट मैच में भारतीय टीम को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। टीम की इस हार के साथ ही इंग्लैंड की सरजंमी पर 15 साल के बाद टेस्ट सीरीज जीतने का सपना भी टूट गया। इंग्लैंड ने हांथ से निकलती हुई […]
नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच बर्मिंघम के एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए रिशेड्यूल्ड टेस्ट मैच में भारतीय टीम को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। टीम की इस हार के साथ ही इंग्लैंड की सरजंमी पर 15 साल के बाद टेस्ट सीरीज जीतने का सपना भी टूट गया। इंग्लैंड ने हांथ से निकलती हुई बाजी का नतीजा अपने पक्ष में कर लिया और सीरीज को 2-2 से बराबर कर दिया।
इंग्लैंड का स्कोर दूसरी पारी के चौथे दिन के अन्त तक 3 विकेट के नुकसान पर 259 रन था। रूट और बेयरस्टो ने पांचवे दिन की शुरूआत इसी के आगे की जहां उन्होनें खेलना छोड़ा था। दोनो ने अपने विस्फोटक पारी को उसी अंदाज जारी रखा। दोनो बल्लेबाजों ने भारतीय तेज गेंदबाजों पर जमकर प्रहार किया और लगातार चौके छक्के लगाते चले गए।
पांचवे मैच की दूसरी पारी में रूट और बेयरस्टो के बीच काफी लम्बी साझेदारी चली। इस मुकाबलें में रूट ने अपना शतक 136 गेंदों पर और बेयरस्टो ने 137 गेंदों पर पूरा किया, जिससे भारत इस पारी में लगातार पीछे नजर आ रहा था। दोनो इंग्लिंश बल्लेबाजों ने इस मैच के अंत तक 316 गेंदों में 269 रनों की अटूट साझेदारी निभाई और टीम को ऐतिहासिक रन चेज करने में मदद की। जिससे इंग्लैंड मुकाबले को सात विकेट से जीतने के साथ ही पांच मैचों की सीरीज को 2-2 से बराबर कर दिया।
टेस्ट मुकाबले में इंग्लैंड के बल्लेबाजों के सामने भारतीय गेंदबाज बेबस नजर आए। इंग्लैंड की दूसरी पारी में 3 विकेट ही गिरे, मुकाबले के पांचवे दिन तो भारत के गेंदबाज एक भी विकेट नही चटका पाए। इंग्लैंड की इस पारी में सबसे ज्यादा विकेट इस टेस्ट मुकाबले की कप्तानी कर रहे जसप्रीत बुमराह ने लिया जिन्होनें दो विकेट चटकाए।