नई दिल्ली: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेज़बानी पाकिस्तान के पास है, लेकिन बीसीसीआई ने वहां अपनी टीम भेजने से मना कर दिया है। ऐसे में भारत के मुकाबले यूएई में आयोजित होंगे। अगर टीम इंडिया फाइनल में पहुंचती है तो उसका आयोजन दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में होगा। हालांकि, पाकिस्तान न जाकर भारत कुछ नुकसान उठा सकता है, भले ही यह बात अजीब लग रही हो। चलिए, हम समझाते हैं कि पाकिस्तान न जाने से भारत का क्या नुकसान हो सकता है।

पाकिस्तान में बल्लेबाजी के लिए आसान पिचें

पाकिस्तान की पिचों पर बल्लेबाजी करना काफी आसान होता है। यहां बल्लेबाज अपनी पसंद के शॉट्स खेलकर रन बटोर सकते हैं। हाल ही में हुई त्रिकोणीय सीरीज में 3 मैच खेले गए, जिनमें से 5 पारियों में 300 से ज्यादा रन बने। दो बार तो 350 से भी ज्यादा रन बने। एक बार ही पाकिस्तान की टीम 300 से कम रन पर आउट हुई। त्रिकोणीय सीरीज में दो बार 300 से ज्यादा रन का लक्ष्य चेज़ भी किया गया।

भारत के लिए अच्छा मौका

भारतीय टीम की ताकत उसकी बल्लेबाजी है। जिस पिच पर इंग्लैंड की टीम को संघर्ष करना पड़ा, वहीं भारत ने आसानी से 356 रन बनाए। इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में भारत ने 305 का लक्ष्य आसानी से हासिल किया। कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली शानदार फॉर्म में हैं। शुभमन गिल भी लगातार रन बना रहे हैं और श्रेयस अय्यर भी लय में हैं। अगर भारत पाकिस्तान में खेलता, तो यहां बड़े स्कोर बन सकते थे।

दुबई में बल्लेबाजी मुश्किल होती है

दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं होता। यहां अब तक 58 वनडे मैच खेले जा चुके हैं, जिनमें से केवल एक बार कोई टीम 350 से ज्यादा रन बना पाई है। यहां पहली पारी का औसत स्कोर सिर्फ 218 रन है। अब तक यहां कोई भी बल्लेबाज 150 रन का स्कोर नहीं बना पाया है। चूंकि भारत की ताकत उसकी बल्लेबाजी में है, अगर यहां की पिच पर बल्लेबाजी मुश्किल होती है तो भारत को कठिनाई हो सकती है। इसलिए, पाकिस्तान न जाकर भारतीय टीम अपनी ताकत का सही इस्तेमाल नहीं कर पा रही है, और यह उसके लिए एक बड़ा नुकसान हो सकता है।

Read Also: जसप्रीत बुमराह का चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर होने के बाद नया अवतार, लुक ने मचाई सनसनी