नई दिल्ली। बांग्लादेश के दौरे पर गई भारतीय टीम ने तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज के पहले मैच में ही हार का स्वाद चख लिया है। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत के इस शर्मनाक प्रदर्शन के बाद उंगलियां उठना लाज़िमी हो गया है। इस मैच को जीतने के बाद बांग्लादेश ने सीरीज में 1-0 […]
नई दिल्ली। बांग्लादेश के दौरे पर गई भारतीय टीम ने तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज के पहले मैच में ही हार का स्वाद चख लिया है। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत के इस शर्मनाक प्रदर्शन के बाद उंगलियां उठना लाज़िमी हो गया है। इस मैच को जीतने के बाद बांग्लादेश ने सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली है। मेहदी हसन मिराज ने नाबाद 38 रन बनाकर बांग्लादेश की जीत में अहम योगदान दिया।
किसी भी कमज़ोर टीम से हारने पर मज़बूत टीम के नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हो जाता है, यही बीते दिन कप्तान रोहित शर्मा के साथ हुआ लेकिन भारतीय टीम के किसी कप्तान के साथ यह पहली बार नहीं हुआ है. इससे पहले 2004 में इसी शेर-ए-बांग्ला मैदान पर सौरव गांगुली की कप्तानी मे बांग्लादेश ने भारत को 15 रनों से हराया था। इसके बाद वन-डे वर्ल्ड कप 2007 में राहुल द्रविड की कप्तानी में भारत को हार का सामना करना पड़ा था। एशिया कप 2012 मे एमएस धोनी की कप्तानी मे बग्लादेश के हाथों भारत को 79 रनों की करारी शिकस्त मिली थी. अब बीते दिन 7 वर्षों के बाद रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत को बंग्लादेश के हाथों 1 विकेट से नतमस्तक होना पड़ा।
बांग्लादेश की जीत में गेंदबाजों और बल्लेबाजों दोनों का ही अहम योगदान रहा, जहां एक ओर शाकिब अल हसन ने पांच विकेट लिए वहीं मेंहदी हसन मिराज ने 39 गेंदों पर 4 चौकों और 2 छक्कों की मदद से नाबाद 38 रन बनाकर बांग्लादेश को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
बांग्लादेश ने अपना नौवां विकेट 136 रनों पर 40वें ओवर में ही खो दिया था। लेकिन भारतीय गेंदबाज अगले छह ओवरों मे भी अंतिम विकेट नहीं प्राप्त कर सके।