नई दिल्ली। 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स का समापन हो चुका है। ऐसे में सभी खिलाड़ी घर वापसी पर हैं। वहीं भारतीय पुरूष वेटलिफ्टर अचिंता शुली ने कुल 313 किलो का वजन उठाते हुए कॉमनवेल्थ गेम्स का रिकॉर्ड बनाया। पिछले साल उज्बेकिस्तान में भी अंचिता ने जूनियर वर्ल्ड चैम्पियनशिप में सिल्वर मैडल जीता था। भारतीय सेना में […]
नई दिल्ली। 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स का समापन हो चुका है। ऐसे में सभी खिलाड़ी घर वापसी पर हैं। वहीं भारतीय पुरूष वेटलिफ्टर अचिंता शुली ने कुल 313 किलो का वजन उठाते हुए कॉमनवेल्थ गेम्स का रिकॉर्ड बनाया। पिछले साल उज्बेकिस्तान में भी अंचिता ने जूनियर वर्ल्ड चैम्पियनशिप में सिल्वर मैडल जीता था।
वेटलिफ़्टिंग में भारत को राष्ट्रमंडल खेल 2022 में गोल्ड मेडल दिलाने वाले अचिंता शेउली का मध्य प्रदेश के जबलपुर में घर वापसी के दौरान भव्य स्वागत किया गया। स्टार एथलिट्स अचिंता शेउली का जबलपुर से गहरा ताल्लुक़ रहा है। बता दें कि कोलकाता में रहने वाले अचिंता सेना में हवलदार के तोर पर जबलपुर वन सिंगल ट्रेनिंग सेंटर में कार्यरत है। जब अचिंता शेउली जबलपुर पहुंचे तो सेना के भारतीय सेना के जवानों ने स्वागत रैली निकालते हुए अचिंता शेउली पर फूलों की बारिश की। जिसके बाद सेना के बड़े पदो पर पदस्थ अधिकारियों की मौजूदगी में अचिंता शेउली का भव्य स्वागत किया गया।
स्वागत के मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए वेटलिफ्टर अचिंता शेउली ने कहा इस जीत का श्रेय मै सेना के आला अधिकारियों और अपने कोच सूबेदार नागेंद्र सिंह को देना चाहूंगा। यह गोल्ड मेडल देश को समर्पित है। मेरा अगला लक्ष्य अब ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड मेडल लाना है। वहीं भारतीय सेना के अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल M.K.दास का कहना है कि निश्चित तौर पर अचिंता शेउली के गोल्ड मेडल जीतने की उपलब्धि युवाओं को प्रेरणा देगी। वहीं इनके कोच सूबेदार नागेंद्र सिंह ने कहा, वेटलिफ्टिंग के लिए अनुशासन और एकाग्रता की जरूरत होती है जो पहले से अचिंता में है। खेलो इंडिया प्रतियोगिता से ही इनको सेना में आने का मौका मिला और आज अचिंता की लगन ने गोल्ड मेडल देश को दिला दिया।
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