Cricket Stories: यूं तो क्रिकेटर्स के विवादों में फंसने पर कई बार सजा हुई. लेकिन क्रिकेट की दुनिया में एक ऐसा भी वाकया हुआ जब क्रिकेटर को फांसी की सजा दी गई. दरअसल वेस्टइंडीज के इस पूर्व क्रिकेटर ने अपनी पत्नी का मर्डर किया था. जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें फांसी की सजा दी.
नई दिल्ली. दुनियाभर में ऐसे कई क्रिकेटर्स है जिन पर कई आरोप लगे. कभी ये आरोप सही निकले तो कभी गलत. आरोप सही साबित होने पर उन्हें सजा भी भुगतनी पड़ी. क्रिकेट मैदान पर कभी किसी क्रिकेटर ने स्लेजिंग की तो कभी स्पॉट फिक्सिंग. यहां तक मैच फिक्सिंग के भी कई वाकये हुए. इनमें दोषी पाए गए क्रिकेटर्स को या तो आजीवन प्रतिबंध झेलना पड़ा या कुछ वर्षों तक. आपको जानकर ताज्जुब होगा कि एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हुए जिन्हें फांसी की सजा दी गई.
29 मार्च 1905 को किंग्सटन जमैका में एक क्रिकेटर का जन्म हुआ जिसका नाम था लेस्ली हिल्टन. लेस्ली हिल्टन ने अपनी पत्नी का मर्डर किया था जिसके चलते इस तूफानी बॉलर को 17 मई 1955 को फांसी की सजा दी गई.
लेस्ली हिल्टन साल 1935 में वेस्टइंडीज के लिए पहली बार टीम में शामिल किए गए. 1935 में इंग्लिश टीम वेस्टइंडीज 4 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने गई थी. बारबाडोस में खेले गए पहले टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज की ओर से 9 खिलाड़ियों ने पहले टेस्ट मैच में डेब्यू किया उन्हीं डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों में लेस्ली हिल्टन भी शामिल थे.
लेस्टी हिल्टन का टेस्ट डेब्यू बहुत ही अजीबोगरीब रहा. इस मैच में इंग्लैंड के कप्तान बॉब वायट ने टॉस जीता और पहले फील्डिंग की. बल्लेबाजी करने आई वेस्टइंडीज की टीम पहली पारी में महज 102 रनों पर ढेर हो गई. इस मैच में ब्लैक ब्रेडमैन के नाम से मशहूर जॉर्ज हेडली ने सबसे ज्यादा 44 रन बनाए. इंग्लैंड की और से केन फार्नेस ने सबसे ज्यादा 4 विकेट लिए.
बारिश के चलते पिच गीली हो गई थी इसलिए इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी 7 विकेट पर 87 रन बनाकर घोषित कर दी और वेस्टइंडीज से बल्लेबाजी करने को कहा. इंग्लैंड की पहली पारी में वेस्टइंडीज की ओर से मार्टिनडेल और लेस्ली हिल्टन ने 3-3 विकेट लिए.
दूसरी पारी में वेस्टइंडीज के कप्तान जैकी ग्रांट को पता नहीं क्या सूझी उन्होंने लेस्ली हिल्टन को रॉफ ग्रांट के साथ पारी की शुरुआत करने भेजा. लेस्ली हिल्टन ने सबसे ज्यादा 19 रन बनाए. बारिश से बाधित इस मैच में कैरेबियन टीम ने 6 विकेट पर 51 रन बनाकर पारी घोषित की और इंग्लैंड को मैच जीतने के लिए 73 रनों का टारगेट मिला.
इंग्लैंड की टीम ने वेस्टइंडीज द्वारा दिए गए 73 रनों के लक्ष्य को 6 विकेट पर पूरा कर लिया. इंग्लिश टीम की ओर से वाली हैमंड ने सबसे ज्यादा 29 रन बनाए. वेस्टइंडीज की ओर से मार्टिनडेल ने 5 और लेस्ली हिल्टन को 1 विकेट मिला.
कैरेबियन टीम दूसरा और तीसरा टेस्ट मैच जीतने में सफल रही. इस दौरान फास्ट बॉलर लेस्ली हिल्टन ने इस पूरी सीरीज में शानदार बॉलिंग की. लेस्ली हिल्टन ने वेस्टइंडीज के लिए 6 टेस्ट मैच खेले. लेस्ली हिल्टन दाहिने हाथ के तूफानी बॉलर थे. उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 16 विकेट लिए.
इसके बाद लेस्ली हिल्टन को जमैका के इंस्पेक्टर की बेटी लर्लिन रोज से प्यार हो गया. हालांकि जब इनका प्यार परवान चढ़ रहा था तो शुरुआत में कई दिक्कतें आईं. इसके बावजूद दोनों शादी कर ली.
शादी के बाद दोनों के संबंध धीरे धीरे खराब होने लगे. 1954 आते-आते हालात बहुत खराब हो गए. ड्रेस मेकिंग बिजनेस के बहाने के चलते लर्लिन रोज न्यूयार्क जाने लगीं. इसी दौरान लिस्ली हिल्टन के हाथ एक गुप्त पत्र लगा. इस पत्र में लिखा था कि ब्रूकलीन एवेन्यू में रहने वाले रॉय फ्रांसिस के उनकी पत्नी से अवैध संबंध हैं.
लेस्ली हिल्टन ने जैसे ही वह पत्र पढ़ा तो उनके पांव के नीचे जमीन खिसक गई. उन्होंने अपनी पत्नी क न्यूयॉर्क से वापस बुलाया. जब उन्होंने इस पत्र के बारे में अपनी पत्नी से पूछा तो उन्होंने इनकार कर दिया. उनकी पत्नी ने कहा कि उनकी बस फ्रांसिस से जान-पहचान है.
इसे बाद लेस्ली हिल्टन के हाथ और पत्र लगे जो उनकी पत्नी ने फ्रांसिस को भेजी थीं. इसके बाद हिल्टन ने रात में ही अपनी पत्नी को जगाया. दोनों में जमकर बहस हुई. इस दौरान लार्लिन ने कबूल किया कि उनके फ्रांसिस से संबंध हैं. बहस के दौरान लर्लिन ने हिल्टन से कहा कि तुम मेरे लायक ही नहीं
हो.
इतना सब सुनने के बाद लेस्ली हिल्टन आपा खो चुके थे उन्होंने खिड़की के पास रखी बंदूक उठाई. सुनवाई के दौरान हिल्टन ने कोर्ट में कहा था कि वह अपने गोली मारना चाहते थे लेकिन गलती से पत्नी को लग गई. 17 मई 1955 का वो दिन जब किंग्सटन में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट मैच खेला जा रहा था उसी दिन लेस्ली हिल्टन को फांसी की सजा दी गई.