नई दिल्ली: भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स के पहले दिन कोई मेडल नहीं मिला था। टीम इंडिया के मेडल जीतने का सिलसिला दूसरे दिन शुरू हुआ। भारतीय वेटलिफ्टर संकेत सरगर ने सबसे पहले सिल्वर पदक जीतकर इस इवेंट में भारत का खाता खोला था। दूसरे दिन भारत को कुल दो चार पदक मिले थे। जिसमें टोक्यो […]
नई दिल्ली: भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स के पहले दिन कोई मेडल नहीं मिला था। टीम इंडिया के मेडल जीतने का सिलसिला दूसरे दिन शुरू हुआ। भारतीय वेटलिफ्टर संकेत सरगर ने सबसे पहले सिल्वर पदक जीतकर इस इवेंट में भारत का खाता खोला था। दूसरे दिन भारत को कुल दो चार पदक मिले थे। जिसमें टोक्यो ओलंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट मीराबाई गोल्ड, बिंदयारानी ने सिल्वर और गुरुराज पुजारी ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था।बॉक्सर अमित पंघाल 51 किलोग्राम भारवर्ग में क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं। उन्होंने प्री क्वार्टर फाइनल में वनुआतु के नाम्री बेरी को 5-0 से हरा दिया। अब इनसे देश को बेहद उम्मीदें हैं।
ब्रिटेन के बर्मिंघम में खेले जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स तीसरे दिन भारत की झोली में दो गोल्ड मेडल आए। ये दोनो ही गोल्ड मेडल वेटलिफ्टिंग खेलों में आए है। पहले युवा वेटलिफ्टर जेरेमी लालरिनुंगा ने गोल्ड जीता। इसके बाद देर रात वेटलिफ्टर अचिंत शुली ने पुरुषों के 73 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
ब्रिटेन के बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स के तीसरे दिन भी भारतीय वेटलिफ्टर अचिंता शेउली ने देश को इस कॉमनवेल्थ में तीसरा स्वर्ण पदक दिलाया है। 21 साल के अचिंता शेउली ने 73 किलोवर्ग के फाइनल में रिकॉर्ड वजन उठाकर इतिहास रच दिया। जीत के बाद भावुक होकर अचिंता ने कहा कि कई संघर्षों को पार करने के बाद मैंने यह पदक जीता है।
कॉमन वेल्थ गेम्स 2022 में स्वर्ण पदक जीतने के बाद अचिंता शेउली ने कहा कि आज मैं बेहद खुश हूं। कई संघर्षों को पार करने के बाद मैंने यह पदक जीता है। मैं इस पदक को अपने भाई और सभी कोच को समर्पित करूंगा। इसके बाद मैं ओलंपिक की तैयारी करूंगा।