नई दिल्ली: भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में अब तक छह पदक मिल चुके हैं। सभी पदक वेटलिफ्टिंग में आए हैं और आज वेटलिफ्टिंग में ही सातवां पदक भी मिल सकता है। मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिनुंगा और अचिंता शेउली स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। हरजिंदर कौर से पदक जीतने की उम्मीद है। अजय सिंह पदक […]
नई दिल्ली: भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में अब तक छह पदक मिल चुके हैं। सभी पदक वेटलिफ्टिंग में आए हैं और आज वेटलिफ्टिंग में ही सातवां पदक भी मिल सकता है। मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिनुंगा और अचिंता शेउली स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। हरजिंदर कौर से पदक जीतने की उम्मीद है। अजय सिंह पदक नहीं जीत सके।
जूडो में तीन तरह से स्कोरिंग होती है। इसे इपपोन, वजा-आरी और यूको कहा जाता है। इपपोन तब होता है, जब खिलाड़ी सामने वाले खिलाड़ी को थ्रो करता है और उसे उठने नहीं देता है। इपपोन होने पर एक फुल पॉइंट दिया जाता है और खिलाड़ी की जीत पक्की हो जाती है। सुशीला ने भी इसी तरह से जीत हासिल की।
जूडो में महिलाओं में 57 किलोग्राम भारवर्ग में सुचिका तरियाल ने रेपचेज टाई जीत लिया है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की डोना ब्रेटेनबाक को हरा दिया। अब वह कांस्य पदक के लिए भिड़ी थी। इसके अलावा भारत की जुडो का सुशीला लिकमाबाम 48 किलोग्राम भारवर्ग में सेमीफाइनल में जगह बनाई। उन्होंने मलावी की हैरियेट बोनफेस को 10-0 से हराया। भारत के जुडोका विजय सिंह यादव पुरुष 60 किलोग्राम भारवर्ग के क्वार्टर फाइनल में हार गए थें। उन्हें ऑस्ट्रेलिया के जोशुआ कैट्ज ने क्वार्टर फाइनल में हरा दिया था।
भारत की जुडोका सुशीला देवी लिकमाबाम 48 किलोग्राम भारवर्ग में फाइनल में अपनी जगह बना ली है। उन्होंने कम से कम रजत पदक पर अपना नाम पक्का कर लिया है। वह स्वर्ण भी जीत सकती हैं। आपको बता दें, सुशीला देवी राष्ट्रमंडल खेलों में जूडो में भारत के लिए पदक जीतने वालीं पहली भारतीय महिला हैं। उन्होंने 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के लिए रजत पदक अपने नाम किया था। वहीं सुशीला ने सेमीफाइनल में मॉरिशस की प्रिसिल्ला मोरांद को इपपोन से हराया।