Commonwealth Games 2018: चार अप्रैल से शुरू होने जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्म का 21 वां संस्करण ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड के गोल्ड कोस्ट में आयोजित किया जा रहा है. इस टूर्नामेंट में कुल 70 देशों के 18 खेल के प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं. वहीं भारत की ओर से राष्ट्रमंडल खेल 2018 में विभिन्न खेलों में कुल 227 एथलीट हिस्सा लेंगे
क्वींसलैंड:ऑस्ट्रेलिया के गोल्डकोस्ट में कॉमनवेल्थ खेलों की शुरुआत होने से पहले ही भारतीय एथलीट्स की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही. सिंरिंज विवाद में तो हालांकि भारतीय मुक्केबाजों को क्लीन चिट मिल गई है लेकिन अब भारतीय एथलीट्स ऑर्गनाइजिंग कमेटी परेशानी में दिख रहे है. दरअसल गेम्स में भाग लेने पहुंचे भारतीय वेटलिफ्टिंग के दल का गेम्स विलेज पहुंचते ही डोप टेस्ट किया गया और इसके बाद अब विटलिफ्टिंग टीम के साथ जुडे फिजियो अक्रांत सक्सैना को खेेलगांव से ही बाहर कर दिया गया है.
दरअसल रविवार को जब भारतीय टीम खेलगांव पहुंची थी तब तो उन्हें गेम्स विलेज में ही रहने दिया गया लेकिन बाद अधिकारियों ने तर्क दिया कि फिजियो के कार्ड पर पर्सनल कोच लिखा है जिसकी विलेज में एंट्री नहीं है. वेटलिफ्टिंग टीम के साथ चार कोच हैं लेकिन इनमे से एक भी फिजियो नहीं है. इन गेम्स में भारत गोल्ड मेडल की सबसे बड़ी उम्मीद वेटलिफ्टर मीराबाई चानू की विनती पर फिजियो को टीम के साथ भेजा गया था.
इसके बाद खेल मंत्रालय और आईओए ने वेटलिफ्टिंग के मैनेजर चंद्रहंस राय की जगह पर फिजियो को भेजे जाने की मंजूरी दे दी थी और उनका एक्रिडिटेशन कार्ड भी बनवा दिया गया लेकिन उस कार्ड पर गेम्स विलेज में उनकी एंट्री नहीं हो रही है. जिससे पूरी टीम परेशानी महसूस कर रही है. फिजियो को अब टीम के कोच ने गेम्स विलेज से 10 किलोमीटर दूर ठहराया है.
इससे पहले ओलंपिक पदक विजेता सायना ने लगातार तीन ट्वीट करने कहा कि यह देखकर मैं अचंभित हूं कि जब कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए हमने भारत से शुरुआत की, तब मेरे पिता की टीम अधिकारी के रूप में पुष्टि हो गई थी और मैंने इसके लिए पूरा खर्चा भी दे दिया था, लेकिन जब हम खेल गांव में पहुंचे तो उनका नाम टीम अधिकारियों की सूची में नहीं था और यहां तक कि वह मेरे साथ भी नहीं रुक सकते. मेरे पिता मेरे मुकाबले भी नहीं देख सकते, वह खेल गांव में भी प्रवेश नहीं कर सकते है और ना ही वह मुझसे मिल सकते हैं. हर मुकाबले में मुझे उनके सपोर्ट की जरूर होती है, लेकिन मुझे यह समझ नहीं आ रहा कि आखिर क्यों किसी ने मुझे पहले इसके बारे में जानकारी नहीं दी.
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