कॉमनवेल्थ गेम्स में देश का मान बढ़ाने वाले मेडल विजेता करेंगे हरियाणा सरकार के कार्यक्रम का बहिष्कार

हरियाणा सरकार ने कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीतकर आए खिलाड़ियों को दिए जाने वाले अवॉर्ड मनी में कटौती करने का फैसला किया है.

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कॉमनवेल्थ गेम्स में देश का मान बढ़ाने वाले मेडल विजेता करेंगे हरियाणा सरकार के कार्यक्रम का बहिष्कार

Aanchal Pandey

  • April 25, 2018 3:18 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली: हाल ही में समाप्त हुए गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का प्रदर्शन शानदार रहा है. कॉमनवेल्थ खेलों में हरियाणा के एथलीट्स का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है. भारत का नाम रोशन करने वाले हरियाणा के टॉप एथलीट्स राज्य सरकार से नाराज है. और इन एथलीट्स ने सरकार द्वारा उनके स्वागत के लिए रखे गए एक कार्यक्रम में न जाने का निर्णय लिया है. इन खिलाड़ियों में नीरज चोपड़ा, मनोज कुमार, विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया के नाम शामिल हैं. बता दें कि हरियाणा सरकार ने कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीतकर आए खिलाड़ियों को दिए जाने वाले अवॉर्ड मनी में कटौती करने का मन बनाया है, जिस कारण ये खिलाफी सरकार के इस फैसले से खफा हो गए हैं. भारत को मिले 66 मेडल्स में से एक तिहाई यानी 22 मेडल हरियाणा के एथलीट्स ने जीते हैं.

अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार एथलीट्स ने इस समारोह के बॉयकॉट करने का फैसला किया है. दरअसल हरियाणा सरकार की पॉलिसी के मुताबिक कॉमनवेल्थ गेम्स मे गोल्ड मेडल जीतने पर 1.5 करोड़ रुपए, सिल्वर मेडल जीतने पर 75 लाख रुपए और ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर 50 लाख रुपए का इनाम देने का प्रावधान है. लेकिन अब राज्य सरकार की नई नीति के मुताबिक जो खिलाड़ी आर्मी या रेलवे में हैं उन्हें वहां से भी कैश प्राइस मिलता है. ऐसे में उन संस्थान से खिलाड़ियों को जितना पैसा मिलेगा उतने राज्य सरकार द्वारा दिए जानेवाले में से कट जाएगा. जैसे किसी गोल्ड जीतने वाले प्लेयर को रेलवे ने 50 लाख रुपये दिए, तो उसे हरियाणा सरकार उसे 1.5 करोड़ की जगह 1 करोड़ रुपये की राशि देगी. खिलाड़ी सरकार के इसी निर्णय से खफा हैं.

कांस्य पदक जीतकर लौटे मनोज कुमार भी सरकार के निर्णय से नाराज दिखे. उन्होंने कहा इससे पहले किसी सरकार ने ऐसा निर्णय नहीं किया. सरकार पहले ही नौकरी नहीं दे रही और अब प्राइस मनी में भी कटौती की जा रही है. यह तो प्लेयर्स से जीएसटी वसूलने जैसा है. जैवलीन थ्रो के जूनियर खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने कहा कि अगर सीनियर प्लेयर्स को लगता है कि हमारे साथ अन्याय हो रहा है तो मैं भी उनके साथ हूं. ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने भी सरकार के इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की है. मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों के साथ-साथ 26 अप्रैल को राज्य के मुख्यमंत्री एमएल खट्टर की मौजूदगी में पंचकूला में होने वाले इस फंक्शन का बॉयकॉट करने वाले खिलाड़ियों में अमित पंघल, गौरव सोलंकी और रेसलर किरन बिशनोई भी कार्यक्रम में नहीं जाएंगे.

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