हाल ही में मुरली विजय और करुण नायर ने राष्ट्रीय चयन समिति पर संवाद की कमी के आरोप लगाए थे. करुण नायर का कहना था कि उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट टीम से क्यों बाहर किया गया इसकी चयनकर्ताओँ ने कोई वजह नहीं बताई. अब इस मामले पर सीओए प्रमुख विनोद राय ने अपना रुख स्पष्ट किया है.
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य करुण नायर ने हाल ही में राष्ट्रीय चयन समिति पर संवाद की कमी का आरोप लगाया था. करुण नायर ने ये कहा था कि उनको वेस्टइंडीज के खिलाफ भारतीय टीम में क्यों नहीं शामिल किया गया इसके लिए कोई वजह नहीं बताई गई. इससे पहले करुण नायर के इस सवाल का जवाब चयन समिति देती मुरली विजय ने भी करुण नायर की हां में हां मिलाई.
करुण नायर और मुरली विजय के द्वारा चयन समिति पर संवाद की कमी के आरोप लगाए जाने के बाद क्रिकेट प्रशासकीय समिति के अध्यक्ष विनोद राय ने इस मामले पर अपना रुख साफ किया है. सीओेए प्रमुख ने एक समाचार से बात करते हुए स्पष्ट किया कि टीम मैनेजमेंट और खिलाड़ियों के बीच अच्छे संवाद होने का उन्हें पूरा भरोसा है, टीम मैनेजमेंट और खिलाड़ियों के बीच संवाद की कमी का सवाल नहीं उठता.
सीओए प्रमुख ने कहा, मुझे नहीं लगता कि मुरली विजय और करुण नायर के लगाए गए आरोप को हैदराबाद में होनी वाली मीटिंग में उठाना चाहिए. मैं समझता हूं कि भारतीय खिलाड़ी और चयनकर्ता बच्चे नहीं है जो मैं उनके मामले में हस्तक्षेप करूं. मैं सोचता हूं कि खिलाड़ियों और टीम मैनेजमेंट के बीच एक अच्छे संवाद की जरूरत होती है और वो अच्छा संवाद टीम मैनेजमेंट और खिलाड़ियों के बीच मौजूद है.
गौरतलब है कि टीम इंडिया के बल्लेबाज करुण नायर इंग्लैड टूर पर भारतीय टेस्ट टीम में शामिल थे लेकिन उन्हें किसी भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला. इसके अलावा जब वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज की लिए भारतीय टीम का चयन किया गया तो उसमें करुण नायर को शामिल नहीं किया है वहीं इंग्लैंड दौरे पर मुरली विजय को तीन टेस्ट खेलने के बाद टीम से बाहर कर दिया गया था. वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम चयन के बाद इन दोनों खिलाड़ियों ने मीडिया के सामने राष्ट्रीय चयन समिति पर संवाद की कमी का आरोप लगाया था.