Bob Willis Dead: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और फास्ट बॉलर बॉब विलिस का 70 साल की उम्र में निधन हो गया. बॉब का शुमार अपने समय में सबसे सफल गेंदबाजों में किया जाता था. 6 फुट 6 इंच लंबे बॉब विलिस ने इंग्लैंड को कई मैच अपने दम पर जिताए. चाहे टेस्ट मैच हो या वनडे उनकी बॉलिंग का जादू इंग्लैंड की धरती से लेकर विदेशी सरजमीं पर खूब चला. बॉब विलिस ने इंग्लैंड के लिए 90 टेस्ट मैच खेले जिनमें 325 विकेट हासिल किए . वहीं 64 वनडे मैचों में उन्होंने 80 विकेट लिए. बॉब की मृत्यु पर क्रिकेट जगत ने गहरा शोक व्यक्त किया है.
नई दिल्ली. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और फॉस्ट बॉलर बॉब विलिस का 70 साल की उम्र में निधन हो गया. अपने समय में बॉब विलिस का शुमार दुनिया के सबसे तेज गेंदबाजों में किया जाता था. बॉब अपने लंबे रन अप के लिए मशूहर थे. उनकी तेज गेंदों को खेलने से दुनिया के बड़े से बड़े बल्लेबाज कतराते थे. उन्होंने अपने क्रिकेट करियर के दौरान पर विदेशी धरती पर भी खूब विकेट लिए. चाहे ऑस्ट्रेलिया की विकेट हों या न्यूजीलैंड की. यहां तक वह भारतीय सरजमीं पर भी सफल रहे. हम आपको बॉब विलिस के टेस्ट और वनडे मैचों में उस करिश्माई प्रदर्शन के बारे में बताने जा रहे हैं जब उनकी तेज गेंदों के आगे विदेशी बल्लेबाज चारों खाने चित हो गए.
16 जुलाई 1981 हेडिंग्ले, लीड्स
साल 1981 में |ऑस्ट्रेलिया की टीम एशेज सीरीज खेलने इंग्लैंड गई. इस सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच हेडिंग्ले लीड्स में खेला गया. ये वही टेस्ट मैच में था जिसमें बॉब विलिस ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को नाकों चने चबवा दिए. इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 401 और दूसरी पारी में सिर्फ 111 रन बना सकी. इग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 174 रन बनाए. इसके चलते इंग्लिश टीम को फॉलोऑन करना पड़ा. फॉलोऑन करते हुए दूसरी पारी में इंग्लैंड ने 356 रन बनाए. दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया को 111 रनों पर समेटने में बॉब विलिस ने अहम भूमिका निभाई. बॉब घातक बॉलिंग करते हुए 43 रन पर ऑस्ट्रेलिया के 8 विकेट झटके. बॉब विलिस की गेंदों के आगे जॉन डायसन, ट्रेवर चैपल, किम ह्यूज, ग्राहम यालप, रोडने मार्श, रे बाइट जैसे धाकड़ क्रिकेटर उनकी गेंदों के आगे असहाय दिखे. इस टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को 18 रनों से शिकस्त दी थी.
16 जून 1977 लॉर्ड्स, लंदन
1977 में ऑस्ट्रेलिया की टीम पांच टेस्ट मैचों की एशेज सीरीज इंग्लैंड टूर पर गई. इस दौरे का पहला मैच क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स पर खेला गया. इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 216 और 305 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया की टीम जब अपनी पहली पारी में बैटिंग कर रही थी तो उस समय बॉब विलिस की बॉलिंग देखने लायक थी. कंगारू बल्लेबाज बॉब विलिस की गेंदों के आगे बेबस नजर आए. बॉब विलिस ने बेहद खतरनाक बॉलिंग ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 7 विकेट झटके. बॉब ने इस टेस्ट मैच में ग्रेग चैपल, क्रेग सार्जेंट, डग वाल्टर्स, रोडने मार्श, कैरी ओ कीफे, मैक्स वाकर और ज्योफ थॉमसन को आउट किया. वहीं दूसरी पारी में भी उन्होंने दो विकेट झटके. पूरे मुकाबले में बॉब विलिस छाए रहे. और ये टेस्ट मैच ड्रॉ समाप्त हुआ.
28 जनवरी 1977 बेंगलुरु
साल 1977 की शुरुआत में इंग्लैंड की टीम भारत टेस्ट सीरीज खेलने आई. इस सीरीज का चौथा टेस्ट मैच एम चिन्नास्वामी क्रिकेट स्टेडियम बेंगलुरु में खेला गया. इस मुकाबले में बॉब विलिस ने इंग्लैंड की तरफ से अकेले संघर्ष किया. उन्होंने भारत की पहली पारी में 6 विकेट लिए. ये बॉब विलिस की बॉलिंग का कमाल था कि भारतीय टीम अपनी पहली पारी में 253 रनों पर ऑल आउट हुई. टीम इंडिया की दूसरी पारी में भी बॉब विलिस ने 2 विकेट झटके. बॉब विलिस के इतने शानदार प्रदर्शन के बावजूद इंग्लैंड इस मैच को जीत न सका.
10 जून 1982 लॉर्ड्स, लंदन
1982 में सुनील गावस्कर की कप्तानी में टीम इंडिया तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने इंग्लैंड गई. इस सीरीज का पहला टेस्ट मैच ऐतिहासिक लॉर्ड्स के मैदान पर खेला गया. इंग्लैंड ने पहली पारी में 433 और दूसरी पारी में तीन विकेट पर 67 रन बनाए. वहीं भारत अपनी पहली पारी में 128 रन बना सका और टीम इंडिया को फॉलोऑन करना पड़ा. बॉब विलिस ने भारत की पहली पारी में 3 विकेट लिए. वहीं जब भारत ने फॉलोऑन किया तो दूसरी पारी में बॉब और ने टीम इंडिया के 6 बल्लेबाजों को आउट किया. भारत अपनी पारी में 396 रन बना सका. इंग्लैंड ने इस मुकाबले में भारतीय टीम को 7 विकेट से शिकस्त दी.
बॉब विलिस ने जहां टेस्ट क्रिकेट में शानदार बॉलिंग की वहीं मौका पड़ने पर उन्होंने वनडे मैचों में भी इंग्लैंड को अपनी गेंदबाजी के दम पर मैच जिताए. हालांकि एकदिवसीय मैच बॉब ज्यादा नहीं खेले इसके बावजूद उन्होंने इंग्लैंड को कई अहम मैच जिताने में अहम भूमिका निभाई.
13 जुलाई 1979 मैनचेस्टर
साल 1979 का क्रिकेट वर्ल्ड कप इंग्लैंड में खेला गया. इस विश्व कप का इंग्लैंड बनाम कनाडा मुकबला मैनचेस्टर में हुआ. कम अनुभवी टीम कनाडा के बल्लेबाजों पर बॉब विलिस ने अपनी गेंदों से कहर बरपाया. कनाडा के बल्लेबाज बॉब विलिस की फास्ट बॉलिंग के आगे लाचार दिखे. बॉब ने मारक बॉलिंग करते हुए 11 रन देकर चार विकेट लिए. इस मैच में उनका गेंदबाजी विश्लेषण था 10.3 ओवर, 3 मेडन, 11 रन, 4 विकेट. बॉब का वनडे में ये सर्वश्रेष्ठ बॉलिंग प्रदर्शन है. बॉब विलिस की आग उगलती गेंदों के आगे कनाडा की टीम सिर्फ 45 रनों पर ढेर हो गई थी. इस मैच में इंग्लिश टीम ने कनाडा को 8 विकेट से हराया था.
इस मैच के अलावा तीन मौके और आए जब बॉब विलिस ने विपक्षी टीेम के खिलाफ चार विकेट हासिल किए. 24 मई 1978 मैनचेस्टर में पाकिस्तान के खिलाफ 4 विकेट लिए. इसके अलावा 20 जनवरी 1983 को न्यूजीलैंड के खिलाफ सिडनी में 4 विकेट झटके. वहीं 15 जून 1983 को क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान बर्मिंघम में न्यूजीलैंड के खिलाफ 4 खिलाड़ियों को आउट किया.
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