नए नियमों के तहत अब अगर कोई दौरा या टूर्नामेंट 45 या उससे अधिक दिनों का है तो खिलाड़ियों की पत्नियों को अधिकतम दो सप्ताह तक दौरे पर रहने की इजाजत होगी.
नई दिल्ली: दस साल बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर सीरीज हारने के बाद बीसीसीआई खिलाड़ियों के लिए सख्त हो गई है, जहां उसने क्रिकेटरों और उनके परिवारों के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं. नए नियमों के तहत अब अगर कोई दौरा या टूर्नामेंट 45 या उससे अधिक दिनों का है तो खिलाड़ियों की पत्नियों को अधिकतम दो सप्ताह तक दौरे पर रहने की इजाजत होगी.
इसके साथ ही हर खिलाड़ी को टीम बस से यात्रा करनी होगी और अब उन्हें अलग से यात्रा करने की इजाजत नहीं होगी. ‘दैनिक जागरण’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई ने हेड कोच गौतम गंभीर और उनके मैनेजर के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की है. इसके तहत गंभीर और उनके मैनेजर न तो टीम होटल में रुकेंगे और न ही वीआईपी बॉक्स में बैठेंगे. नई गाइडलाइंस के मुताबिक, फ्लाइट के दौरान अगर खिलाड़ियों का सामान 150 किलो से ज्यादा होगा तो बीसीसीआई इसका भुगतान नहीं करेगा. खिलाड़ियों से कहा गया है कि वे यह खर्च खुद उठाएंगे.
NEW GUIDELINES FROM BCCI.
– Cricketers’ wives will not be able to stay for the entire tour.
– A cricketer’s family can stay for a maximum of 2 weeks during a 45 day tour.
– Every player needs to travel by team bus, separate travelling not allowed. (Abhishek Tripathi). pic.twitter.com/ysCyHRguCO— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) January 14, 2025
हाल ही में, भारत के टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा, गंभीर और चयन समिति के प्रमुख अजीत अगरकर ने नए सचिव और कोषाध्यक्ष सहित बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की, जहां कथित तौर पर इन मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक के दौरान चर्चा के प्रमुख विषयों में विराट कोहली और रोहित सहित अनुभवी सितारों के भविष्य के साथ-साथ गंभीर के कोचिंग स्टाफ का कार्यकाल भी शामिल था. बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि टीम में सपोर्ट स्टाफ का कार्यकाल तीन साल तक सीमित किया जाना चाहिए. बीसीसीआई का मानना है कि टीम के प्रदर्शन में इसलिए भी गिरावट आई है क्योंकि कुछ सपोर्ट स्टाफ सदस्य लंबे समय से टीम के साथ हैं.
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