नई दिल्ली: Babar Azam: पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज गेंदबाज शोएब अख़्तर अपने तीख़े बयानों की वजह ख़बरों में बने रहते हैं। बीते कुछ वक़्त पहले उन्होंने बाबर आज़म को लेकर भी बड़ा बयान दिया। आपको बता दें, उन्होंने कहा कि “बाबर आज़म बड़ा ब्रांड नहीं बन सकते क्योंकि उन्हें बात करने की तहज़ीब […]
नई दिल्ली: Babar Azam: पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज गेंदबाज शोएब अख़्तर अपने तीख़े बयानों की वजह ख़बरों में बने रहते हैं। बीते कुछ वक़्त पहले उन्होंने बाबर आज़म को लेकर भी बड़ा बयान दिया। आपको बता दें, उन्होंने कहा कि “बाबर आज़म बड़ा ब्रांड नहीं बन सकते क्योंकि उन्हें बात करने की तहज़ीब नहीं है। शोएब अख़्तर बे कहा कि क्रिकेट खेलने से लेकर मीडिया को संभालना दोनों काम अलग-अलग है। ऐसे में इन दो कामों में से एक में बाबर आज़म बिल्कुल फ्लॉप दिखाई देते हैं।
मिली ख़बर के मुताबिक़, एक पाकिस्तानी चैनल के इंटरव्यू में शोएब अख़्तर ने पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के तमाम खिलाड़ियों की ख़ामियों के बारे में बताया। इस दरमियान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम के अंदर कोई कैरेक्टर नज़र नहीं आता। किसी भी खिलाड़ी को बात करने का तरीका नहीं है। जब ये लोग बात करते हैं तो बेहद ही अजीब सा लगता है। शोएब अख़्तर ने बाबर आज़म के बारे में कहा कि, बाबर आज़म को एक ब्रांड बनना चाहिए। लेकिन वो महज़ इसलिए नहीं बन पाए क्योंकि उन्हें बात करने का तरीका नहीं है।
शोएब अख़्तर ने आगे कहा कि अगर कोई शख़्स मीडिया के आगे ठीक से बात नहीं कर सकता….या टीवी पर आकर खुद को ठीक से पेश नहीं कर सकता तो फिर आप एक बड़ा ब्रांड नहीं बन सकते। शोएब अख़्तर ने तंज कसा कि बोलने की तहज़ीब सीखना, अंग्रेजी सीखने से ज़्यादा मुश्किल नहीं है। हालाँकि बाबर आज़म शोएब अख़्तर की इस राय से इत्तेफाक नहीं रखते। आइए आपको बताते हैं कि ऐसा क्यों?
आपको बता दें, एक इंटरव्यू में बाबर आज़म ने कहा था कि वो एक क्रिकेटर हैं और क्रिकेट खेलना बख़ूबी जानते हैं। यक़ीनन क्रिकेट खेलने को ही वो ज़्यादा तवज्जो देते हैं। अपने इस बयान में बाबर आज़म ने तनवीर अहम की भी मिसाल पेश की थी। आपको बता दें, तनवीर अहम भी कम अंग्रेजी आने के चलते एक जवाब नहीं दे पाए थे। जिसकी वजह से लोगों ने उनका ख़ूब मज़ाक उड़ाया था। तब उन्होंने भी कहा था कि वो एक क्रिकेटर हैं और खेलना अच्छे से जानते हैं। लेकिन मैं इस पर काम कर रहा हूँ और वक़्त के मुताबिक़ सीख जाऊँगा।