पटना। सप्ताह के पहले दिन जब बिहार विधानसभा के सत्र की शुरुआत हुई, तब पक्ष और विपक्ष के बीच भारी हंगामें के बीच सत्र को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था, लेकिन अब विधानसभा स्पीकर द्वारा इसको कल तक के स्थगित कराने का फैसला लिया गया है। महागठबंधन सरकार पर […]
पटना। सप्ताह के पहले दिन जब बिहार विधानसभा के सत्र की शुरुआत हुई, तब पक्ष और विपक्ष के बीच भारी हंगामें के बीच सत्र को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था, लेकिन अब विधानसभा स्पीकर द्वारा इसको कल तक के स्थगित कराने का फैसला लिया गया है।
रामनवमी के दिन यानी 30 मार्च को बिहार के सासाराम और बिहारशरीफ में जमकर हिंसा हुई थी। इसको लेकर विपक्ष लगातार बिहार की सत्ताधारी महागठबंधन सरकार ( जेडीयू और आरजेडी ) को घेरने की कोशिश कर रही है। ऐसे में जब सप्ताह के पहले दिन जब बिहार विधानसभा में बजट सत्र की शुरुआत हुई तो पक्ष और विपक्ष के बीच हंगामा होने लगा, ऐसे में 11 बजे शुरु हुई सदन की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था, लेकिन अब स्पीकर ने इसको कल तक के लिए स्थगित कराने का फैसला लिया गया है।
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता सुशील मोदी राज्य के महागठबंधन सरकार पर लगातार हमलावर है। उन्होंने बताया कि, ” केंद्र सरकार अर्धसैनिक बलों की कई टुकड़ियां भेजने के लिए तैयार थी, लेकिन सूबे की नीतीश सरकार ने सहायता लेने में देरी की। ”
बता दें कि सुशील मोदी ने आरोप लगाया है कि, राजद के दबाव में संवेदनशील इलाकों में अर्धसैनिक बलों की तैनाती में देरी की गई, जिसका परिणाम ये हुआ कि बिहार के कई जिलों में 30 मार्च को रामनवमी जुलूस के दौरान हिंसा फैली। नीतीश सरकार के 17 साल के कार्यकाल पहली बार रामनवमी के अवसर पर सासाराम और बिहारशरीफ में हिंसा और आगजनी हुई।