नई दिल्ली. रणजी ट्रॉफी मैच में गौतम गंभीर और मनोज तिवारी के बीच हुए झगड़े के बाग मनोज तिवारी ने कहा है कि गंभीर ने भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और बंगाली लोगों के खिलाफ जातिवादी शब्दों का इस्तेमाल किया. इसी कारण से मैंदान में लड़ाई शुरू हुई. मनोज ने इस बारे में सौरव दादा से भी बात की है. इस लड़ाई में उनका नाम घसीटे जाने से दादा बहुत दुःखी हैं.
इसके अलावा मनोज तिवारी ने कहा कि हम सौरव गांगुली के खिलाफ कुछ भी गलत स्वीकार नहीं करेंगे. हालांकि गौतम गंभीर ने मनोज तिवारी के सभी आरोपों को निराधार बताया है.
क्या है मामला?
दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में रणजी मैच के दौरान दिल्ली के कप्तान गौतम गंभीर और बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी आपस में भिड़ गए. जिसके बाद गंभीर ने तिवारी को मारने की धमकी दे डाली.
दरअसल मैच के 8वें ओवर के दौरान जब दिल्ली के बल्लेबाज़ पार्थसारथी भट्टाचार्य को मनन शर्मा ने आउट किया तो तिवारी चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए मैदान पर आए. जिसके बाद तिवारी ने गेंदबाज को रोका और ड्रेसिंग रूम में हेलमेट लाने का इशारा किया. दिल्ली के खिलाड़ियों को लगा कि मनोज तिवारी जान बूझकर वक्त खराब कर रहे हैं. इसी बात पर गंभीर और तिवारी आपस में भिड़ गए.
गंभीर ने तिवारी को गुस्से में धमकी भी दे डाली. गंभीर ने कहा ‘शाम को मिल तुझे मारूंगा’. इसके जवाब में तिवारी ने कहा ‘शाम क्या अभी बाहर चल.’ बीचबचाव करने आए अंपायर श्रीनाथ को भी गंभीर ने धक्का दे दिया. बतां दे कि अंपायर के साथ इस तरह का बर्ताव करने से गौतम गंभीर पर मैच फीस का 60 फीसदी जुर्माना और मनोज तिवारी पर 40 फीसदी जुर्माना लगाया गया है.