मुंबई. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आईपीएल टूर्नामेंट की सबसे बड़ी स्पॉन्सर कंपनी पेप्सी के बजाय चीन की मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली कंपनी वीवो को IPL-9 की स्पॉन्सरशिप सौंपी है. वीवो को अगले 10 दिनों में बैंक गारंटी राशि जमा करने के लिए कहा गया है.
इससे पहले टाइटिल स्पांसर पेप्सी था, लेकिन उसने लीग की खराब छवि का हवाला देकर पांच साल के करार को तीन साल में ही खत्म करने का फैसला किया. पेप्सी से पहले डीएलएफ टाइटिल स्पांसर था. दूसरी भारतीय क्रिकेट टीम की एपेरल प्रायोजक नाइकी के करार की अवधि बढ़ा दी गई है.
बता दें कि अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपि खबर के मुताबिक पेप्सी ने बीसीसीआई को खत भेज कर नाता तोड़ने की बात रखी थी. पेप्सी ने आईपीएल के लिए 2013 से 2017 तक की स्पॉन्सरशिप डील की थी. लेकिन विवादों के कारण इस बार नई कंपनी का स्पॉन्सरशिप की कमान सौंपी गई है.