ढाकाः भारत ने रविवार को ढाका में खेले जा रहे 10वें एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट में मलेशिया को 2-1से मात देकर टूर्नामेंट पर कब्जा कर लिया. मलेशियाई टीम पहली बार एशिया कप के फाइनल में पहुंची थी. इस रोमांचक मुकाबले में छठी वर्ल्ड रैंकिंग वाली भारतीय टीम के आगे मलेशियाई टीम बेबस नजर आई. भारत की ओर से रमनदीप सिंह और ललित उपाध्याय ने एक-एक गोल किया. भारत ने सुपर-4 मुकाबले में भी मलेशिया को 6-2 से रौंदा था. दूसरी ओर पाकिस्तान ने कोरिया को 6-3 से हराकर टूर्नामेंट में तीसरा स्थान हासिल किया.
मनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारत टीम ने 10 साल बाद एक बार फिर एशियाई हॉकी का ताज हासिल कर लिया है. एशिया कप में भारत का यह तीसरा खिताब रहा. इससे पहले भारत 2003 और 2007 में भी एशिया कप पर कब्जा कर चुका है. मौलाना भाशानी हॉकी स्टेडियम में खेले जा रहे फाइनल में भारतीय खिलाड़ियों ने पहले ही क्वार्टर की शुरुआत में जबरदस्त खेल दिखाया. मैच में भारत की ओर से रमनदीप सिंह ने तीसरे ही मिनट में 1-0 से बढ़त ले ली थी. मलेशियाई टीम को पेनल्टी कॉर्नर का मौका मिला लेकिन उन्होंने वह मौका गंवा दिया.
भारत को भी पेनल्टी कॉर्नर के दो मौके मिले लेकिन दोनों मौके बेकार गए. जिसके बाद ललित उपाध्याय ने 29वें मिनट में गोल कर भारत का स्कोर 2-0 कर दिया. तीसरा क्वार्टर बिना गोल के बीता, भारत की 2-0 से बढ़त कायम रही. आखिरी क्वार्टर में भी भारत मलेशिया पर हावी रहा. लेकिन, रिबाउंड पर मलेशिया ने गोल कर स्कोर 1-2 कर दिया. जिसके बाद भारतीय खिलाड़ियों ने मलेशियाई टीम को बढ़त का कोई मौका नहीं दिया और 10 साल बाद खिताब पर कब्जा कर लिया.
बता दें कि साल 1982 में मेजबान पाकिस्तान ने एशिया कप पर कब्जा किया था. इस मैच में भारत उपविजेता रहा था. जिसके बाद 1985, 1989 और 1994 में भी भारत फाइनल तक पहुंचा लेकिन जीत हासिल न कर सका. साल 2003 में भारत ने पाकिस्तान को हराकर पहली बार एशिया कप पर कब्जा जमाया था. 2007 में भी भारत ने द. कोरिया को हराकर अपनी बादशाहत बरकरार रखी थी. 2013 में भारत फाइनल में पहुंचा लेकिन द. कोरिया ने भारत को मात दे दी. अब 2017 में भारत ने 10 साल के खिताब के सूखे को खत्म करते हुए मलेशिया को 2-1 से हराकर टूर्नामेंट पर कब्जा जमाया.