नई दिल्ली: भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने महेंद्र सिंह धोनी को लेकर बड़ा खुलासा किया है. सहवाग ने कहा कि सौरव गांगुली ने भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी बल्लेबाजी के स्थान को महेंद्र सिंह धोनी के लिए बलिदान दिया, जिसने विकेटकीपर को आज बल्लेबाज बनने में मदद की है. सहवाग ने एक टीवी को दिए इंटरव्यू में ये खुलास किया है. सहवाग ने कहा कि गांगुली ने धोनी को अपनी जगह पर बल्लेबाजी करने की इजाजत नहीं देते तो वह इस तरह के एक महान खिलाड़ी नहीं बनते. सहवाग ने अपने इंटरव्यू में कहा कि जिस समय धोनी टीम से जुड़े थे उस समय हम बल्लेबाजी क्रम के साथ प्रयोग किया जा रहा था.
जिसमें फैसला किया गया कि भारत की ओपनिंग अच्छी रहती है तो सौरव गांगुली नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने उतरेंगे. अगर ओपनिंग खराब रही तो इरफान पठान और महेंद्र धोनी जैसे पिच हिटर को बैटिंग के लिए उतारा जाएगा जिससे की तेजी से रन बन सके. सहवाग ने कहा कि धोनी को बैटिंग के लिए आगे उतारने का फैसला गांगुली का ही था, ऐसा निर्णय बहुत कम कप्तान ही लेते हैं. उन्होंने कहा कि गांगुली नए खिलाड़ियों को मौका देने में विश्वास रखते थे.
सहवाग ने कहा कि सौरव गांगुली ने धोनी को उस समय तीन या चार मैचों में नंबर 3 पर मौका देने का फैसला किया. ऐसे बहुत कम कप्तान होंगे जो दूसरे खिलाड़ी के लिए खुद का बल्लेबाजी स्थान दूसरे को दे देंगे. सहवाग ने कहा कि सौरव गांगुली को कप्तानी से हटाए जाने के बाद टीम के नए कप्तान बने राहुल द्रविड़ ने जब जिम्मेदारी संभाली तो उन्होंने भी धोनी को एक शानदार फिनिशर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
सहवाग ने कहा कि राहुल द्रविड़ के कप्तानी में ही धोनी फिनिशर की भूमिका में नजर आए. एक वाकया बताते हुए सहवाग ने कहा कि धोनी एक-दो मैच में गलत शॉट खेल दिए थे. बाद में राहुल द्रविड़ ने उनको इस शॉट को लेकर काफी समझाया. इसके बाद धोनी ने बैटिंग में बदलाव करते हुए बेस्ट फिनिशर के रूप में उभरे. सहवाग ने कहा कि धोनी और युवराज सिंह के बीच हुई साझेदारी उनके लिए सबसे यादगार रही.