नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जब भी मैच होता है तो दशर्कों का भरपूर रोमांच होता है. चाहे वो स्लेजिंग हो या फिर मैच जीतने के लिए नए-नए तरीके. दोनों ही टीमों के खिलाड़ी मैच को जीतने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं. यही कारण है कि मैच में रोमांच बना रहता है. स्लेजिंग करने में ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी बहुत आगे रहते हैं और वो ऐसा करने का कोई मौका नहीं गंवाते. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को भी नहीं छोड़ा. जब सचिन ग्राउंड पर बल्लेबाजी करने उतरते थे अक्सर दोनों देशों के खिलाड़ियों के बीच मैदानी जंग देखने को मिलती थी.
सचिन का विकेट जिस भी गेंदबाज को मिलता था उसके लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं होता था. तभी तो विश्व के महान तेज गेंदबाजों की सूची में शामिल रहे ऑस्ट्रेलिया के ब्रेट ली ने शुक्रवार को कहा कि ग्राउंड पर उनके लिए सर्वश्रेष्ठ आवाज वो थी जो कि उनकी गेंद द्वारा सचिन तेंदुलकर के विकेट को उखाड़ने की आवाज. ब्रेट ली ने कहा कि जो ‘जो आवाज मैं सुनना नहीं चाहता था, वह थी-अंपायर का गेंद को नो बाल करार देना’.
ब्रेट ली ये बात केरल सरकार के कोक्लियर इम्पलांटेशन प्रोग्राम के तहत युवा बच्चों से कही. ली यहां ग्लोबल हियरिंग प्रोजेक्ट के ब्रांड एम्बेसडर के तौर पर उपस्थित थे. बता दें कि बेंट ली ने अपने नौ साल के लंबे करियर में 76 टेस्ट मैचों में 310 विकेट लिए थे. उन्होंने 2008 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के संन्यास ले लिया था. वह ऑस्ट्रेलिया के चौथे सबसे सफल गेंदबाज हैं.
वनडे सीरीज में भारत 3-1 से आगे
भारत दौरे पर आई ऑस्ट्रेलिया की टीम को वनडे सीरीज में हार का सामना करना पड़ा है.पांच वनडे मैचों की सीरीज के चार मैच खेला जा चुके हैं, इसमें भारत ने तीन मैच में जीतकर सीरीज पर कब्जा कर लिया है. जबकि ऑस्ट्रेलिया को अभी तक केवाल एक मैच में ही जीत हासिल हुई है. गुरुवार को बेंगलुरु में खेले गए चौथे वनडे में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया ने निर्धारित 50 ओवर में पांच विकेट के नुकसान पर 334 रन का स्कोर खड़ा किया था. जवाब में भारतीय टीम 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 313 रन ही बना सकी.