नई दिल्ली : विश्व क्रिकेट को गवर्न करने वाली आईसीसी ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेटों को और भी रोचक बनाने के लिए कुछ नियमों में अहम बदलाव किए है. नए नियम 28 सितंबर से लागू हो जाएंगे. नए नियमों के अनुसार मैदान पर किसी भी खिलाड़ी के द्वारा की गई स्लेजिंग उसे भारी पड़ सकती है. अब मैदान में ख़राब व्यवहार की वजह से पेनल्टी के रूप में पांच रन के साथ-साथ खिलाड़ी को पूरे मैच से सस्पेंड भी किया जा सकता है. ये सारे बदलाव क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने किए हैं.
आईसीसी के अनुसार, बैट के आकार पर नियंत्रण रखा जाएगा. अब बैट की चौड़ाई 108 मिमी, मोटाई 67 मिमी और कोनों पर 40 मिमी से ज्यादा नहीं हो पाएगी. क्रिकेटरों को नियमों से बड़े बल्लों के उपयोग से रोकने के लिए अंपायर बैट गेज (माप यंत्र) का इस्तेमाल करेंगे.
रनआउट के नियम को भी बदला गया है. अब अगर क्रीज़ पार करने के बाद बल्ला हवा में रहता है तो बल्लेबाज़ को आउट नहीं दिया जाएगा. जबकि अभी तक ऐसी स्थिति में बल्लेबाज़ को आउट दिया जाता था. नए नियमों के मुताबिक अगर एलबीडब्ल्यू के लिए रेफरल ‘अंपायर्स कॉल’ के तौर पर वापस आता है तो टीम अपना रिव्यू नहीं गंवाएंगी.
टेस्ट क्रिकेट में पहले 80 ओवर के बाद 2 रिव्यु टीम को मिल जाते थे. लेकिन नए नियमों के मुताबिक अब टीम को सिर्फ 2 डीआरएस ही मिलेंगे. टी-20 क्रिकेट में आईसीसी ने डीआरएस का प्रयोग करने की इजाजत दे दी है. नए नियम में कुछ इस तरह के बदलाव किए गए हैं.
आईसीसी के महाप्रबंधक (क्रिकेट) ज्योफ ने कहा कि आईसीसी के खेलने के नियमों में ज्यादातर बदलाव एमसीसी द्वारा घोषित क्रिकेट नियमों के बदलाव के परिणामस्वरूप किए गए हैं. हमने हाल में अंपायरों के साथ वर्कशाप पूरी की है ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि वे सभी बदलावों को समझ लें और हम अब अंतरराष्ट्रीय मैचों में खेलने के नये नियमों को शुरू करने के लिये तैयार है.