ग्लासगो: विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में भारत की पीवी सिंधु को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. इस खिताबी मुकाबले में पीवी सिंधु ने जापान की नोजोमी ओकुहारा के सामने आखिरी समय तक संघर्ष दिखाया लेकिन अंत में हार का सामना करना पड़ा.
एक घंटा 50 मिनट तक चले रोमांचक मुकाबले में नोजोमी ओकुहारा ने 21-19, 20-22, 22-20 से जीत हासिल की हैं. मैच के शुरुआत में जापान की नोजोमी ने पहले गेम में 21-19 से जीत हासिल करने में कामयाब रही. इसके बाद पीवी सिंधु ने मैच में जोरदार वापसी की, लेकिन तीसरे गेम में नोजोमी मैच को जीतने में कामयाब रहीं.
बता दें कि भारत की पीवी सिंधु पहली बार विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची थी. इससे पहले पहले सिंधु 2013-14 में वर्ल्ड बैडमिंटन में कास्य पदक जीतने में कामयाब रहीं. 2013 में सिंधु वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में पदम जीतने वाली पहली महिला भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनी थीं. इसी के साथ सिंधु के नाम वर्ल्ड चैंपियनशिप में दो कांस्य और एक रजत पदक हो गया है.
पीएम ने कहा हमें आप पर गर्व है
वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में कास्य पदक जीतने के बाद के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर तारीफ करते हुए कहा कि आपने अच्छा खेला. आपके खेल पर हमें गर्व है. बधाई हो.
10 लाख रुए का इनाम देगा BAI
फाइनल मुकाबले के बाद बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (BAI) ने पीवी सिंधु को 10 लाख रुपए देने की घोषणा की है. साथ में सेमिफाइनल में हारने वाली साइना नेहवाल को 5 लाख रुपए देने का ऐलान किया है. साइना नेहवाल वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में हार के बाद कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा. साइना जापान की नोजोमी ओकुहार से हार गईं थीं.