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ओडुनायो, मारवा और वैसिलिसा ने PWL को दिया अपनी क़ामयाबी का श्रेय

नई दिल्ली: प्रो रेसलिंग लीग की धूम दुनिया भर में दिखने लगी है. पेरिस में चल रही वर्ल्ड चैम्पियनशिप में पीडब्ल्यूएल में खेले तीन पहलवानों ने फाइनल तक अपनी चुनौती रखी. इन पहलवानों ने पिछली बार से बेहतर प्रदर्शन किया. 55 किलो में ओडुनायो, 58 किलो में मारवा आमरी और 75 किलो में बेलारूस की वैसिलिसा मारज़ाल्यूक ने अपनी चुनौती फाइनल तक रखते हुए सिल्वर मेडल हासिल किए. दिलचस्प बात यह है कि इन तीनों ने इस क़ामयाबी का श्रेय पीडब्ल्यूएल को दिया है.
ब्रॉन्ज़ को बदला सिल्वर में
सबसे पहले बात नाइजीरिया की ओडुनायो की. लम्बी और छरहरी इस पहलवान ने पेरिस में चल रही वर्ल्ड चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर सबका दिल जीत लिया. इसी खिलाड़ी ने पीडब्ल्यूएल में खूब जलवे बिखेरे हैं. सीज़न 1 में ये मुम्बई टीम से खेली थीं और सीज़न 2 में पंजाब से. दोनों बार इनके शानदार खेल की बदौलत इनकी टीम चैम्पियन बनीं. ओडुनायो पीडब्ल्यूएल के पहले सीज़न में एक भी मैच नहीं हारीं और दूसरे सीज़न में सिर्फ एक मुक़ाबले को छोड़कर बाकी में जीत हासिल की. इस मंच के अनुभव का उन्हें खूब फायदा हुआ और इसका लाभ उठाते हुए उन्होंने पेरिस में लगातार चार कुश्तियां जीतकर सबका दिल जीत लिया. उन्होंने फ्रांस, चेक रिपब्लिक, मगोलिया और रूस की पहलवानों को हराकर फाइनल में जगह बनाई जहां उनका मुक़ाबला जापान की हरुना ओकुनो से हुआ जिसमें दोनों ओर से खूब दांव पेंच देखने को मिले लेकिन ओडुनायो कड़े मुक़ाबले में 4-5 से हार गईं. यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि ओडुनायों को पिछली वर्ल्ड चैम्पियनशिप में ब्रॉन्ज़ मेडल हासिल हुआ था.
मारवा के बढ़ते कदम
वहीं महिलाओं के 58 किलो वर्ग में ट्यूनीशिया की मारवा आमरी को सिल्वर मेडल हासिल हुआ. वह फाइनल में अमेरिका की उन हेलेन मारोलिस से हारीं जिन्होंने पीडब्ल्यूएल सीज़न-3 में अपने भाग लेने की पुष्टि कर दी है. मारवा ने अपने पिछले मुक़ाबलों में यूक्रेन, चीन और बेलारूस की पहलवानों को शिकस्त दी थी.
जीत लिया दिल
इसी तरह बेलारूस की वैसेलिसा मारज़ाल्यूक ने भी वर्ल्ड चैम्पियनशिप के पिछले प्रदर्शन में सुधार किया. पीडब्ल्यूएल के दोनों सीज़न में पंजाब की ओर से खेलने वाली वैसेलिसा को पेरिस में पहले राउंड में बाई मिली. इसके बाद उन्होंने किर्गिस्तान, कनाडा और चीन की पहलवानों को हराकर फाइनल में जगह बनाई जहां उनका मुक़ाबला तुर्की की मौजूदा यूरोपीय चैम्पियन यैसमिन आदार से हुआ लेकिन वो कड़े संघर्ष में 4-5 से मुक़ाबला हार गईं. जिस तरह वैसिलिसा और उनसे पहले ओडुनायो ने फाइनल में अपने जिस जज़्बे को दिखाया है, उससे उम्मीद की जा सकती है कि वह भविष्य की चैम्पियन हैं और इन खिलाड़ियों के जलवे भारतीय कुश्ती प्रेमी जनता को पीडब्ल्यूएल के ज़रिये जल्द ही देखने को मिलेंगे.
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