नई दिल्ली : इंग्लैंड के लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर आज भारतीय महिला टीम और मेजबान इंग्लैंड के बीच आईसीसी महिला विश्वकप 2017 का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा. भारतीय कप्तान मिताली राज के पास पूर्व भारतीय पुरुष टीम के कप्तान कपिलदेव के बाद इस मैदान पर तिरंगा लहराने का सुनहरा मौका है.
लॉर्ड्स पर वर्ल्ड कप फ़ाइनल खेलने का अनुभव भारत के लिए नया नहीं है. 34 साल पहले 1983 में टीम इंडिया ने कपिल देव की कप्तानी में इस मैदान पर अपने खेल का लोहा मनवाया था. मिताली राज की टीम से भी कुछ इसी प्रकार की उम्मीद की जा रही है. हालांकि टीम इंडिया के लिए पिछले मैच की वूमैन ऑफ द मैच और स्टार बल्लेबाज हरमनप्रीत कौर की कंधे की चोट चिंता का कारण बनी हुई है.
बता दें कि भारतीय टीम दूसरी बार विश्व कप फाइनल में खेलेगी. भारत के पास मेजबान इंग्लैंड को हराकर पहली बार विश्व विजेता बनने का सुनहरा मौका होगा. मिताली की टीम ने इस विश्व कप की शुरुआत में ही इंग्लैंड को 35 रनों से हराकर अभियान की शानदार शुरुआत की थी.
वहीं सेमीफाइनल में 6 बार के चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद भारतीय टीम के हौसले बुलंद हैं. भारतीय टीम दूसरी बार विश्व कप फाइनल में पहुंची है. इससे पहले वह 2005 में दक्षिण अफ्रीका में खिताबी मुकाबले में पहुंची थी, जहां उसे ऑस्ट्रेलिया ने 98 रनों से हराया था.