ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाने के बाद बोलीं हरमनप्रीत, मौका मिलने पर खुद को साबित करना चाहती थी

महिला वर्ल्ड कप के दूसरे सेमिफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विस्फोटक बल्लेबाजी करने वाली हरमनप्रीत कौर ने खुलासा किया है कि मैच से पहले उन्हें अभ्यास करने का पर्याप्त समय नहीं मिला था. उन्होंने कहा कि वह मौका मिलने पर खुद को साबित करना चाहती थीं.

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ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाने के बाद बोलीं हरमनप्रीत, मौका मिलने पर खुद को साबित करना चाहती थी

Admin

  • July 21, 2017 4:40 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
डर्बी: महिला वर्ल्ड कप के दूसरे सेमिफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विस्फोटक बल्लेबाजी करने वाली हरमनप्रीत कौर ने खुलासा किया है कि मैच से पहले उन्हें अभ्यास करने का पर्याप्त समय नहीं मिला था. उन्होंने कहा कि वह मौका मिलने पर खुद को साबित करना चाहती थीं. मैच के बाद अपने एक बयान में हरमनप्रीत ने कहा कि इस पूरे टूर्नामेंट में मुझे बल्लेबाजी का अवसर नहीं मिला था.
 
लेकिन सेमिफाइनल मैच में मुझे जब मौका मिला तो मेरा लक्ष्य खुद को साबित करना था. भगवान का शुक्र है कि मैंने जैसा सोचा वही हुआ. उन्होंने कहा कि इस मैच में मेरी योजना ऑस्ट्रेलिया टीम के गेंदों पर नजर रखना और उन पर अच्छे शॉट खेलने की थी. मैने दूसरे छोर पर खड़े बल्लेबाज दीप्ति से कहा कि अधिक दबाव लेने की जरूरत नहीं है, मुझे स्ट्राइक का मौका दें. 
 
 
बता दें कि गुरुवार को महिला वर्ल्ड कप के दूसरे सेमिफाइनल मैच में हरमनप्रीत कौर ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 115 गेंद में 171 रनों की ताबड़तोड़ नावाद पारी खेली थी. हरमनप्रीत ने अपनी पारी में 20 चौके और 7 छक्के भी लगाए. भारत के 281 रनों के जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 245 रन पर ऑल आउट हो गई और भारत ये मैच 36 रनों से जीत लिया. 
 
हरमन के अलावा मिताली, दीप्ति और वेदा की बल्लेबाज़ी और फिर झूलन और शिखा और दीप्ति शर्मा की अगुवाई में भारत के आक्रमण ने साबित कर दिया कि क्रिकेट में पुराने रिकॉर्डों का कोई मतलब नहीं होता. यहां मतलब सिर्फ और सिर्फ मौजूदा फॉर्म का होता है.

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