महिला विश्व कप-2017: ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में पहुंचा भारत, हरमनप्रीत ने खेली शानदार पारी

हरमनप्रीत कौर के डर्बी में तूफान ने छह बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलियाई टीम के वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में परखच्चे उड़ा दिए. इस जीत के साथ भारत न सिर्फ शान के साथ फाइनल में पहुंचने में कामयाब रहा बल्कि उसने लीग मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हुई हार का भी हिसाब चुकता कर लिया.

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महिला विश्व कप-2017: ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में पहुंचा भारत, हरमनप्रीत ने खेली शानदार पारी

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  • July 21, 2017 3:12 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
डर्बी : हरमनप्रीत कौर के डर्बी में तूफान ने छह बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलियाई टीम के वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में परखच्चे उड़ा दिए. इस जीत के साथ भारत न सिर्फ शान के साथ फाइनल में पहुंचने में कामयाब रहा बल्कि उसने लीग मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हुई हार का भी हिसाब चुकता कर लिया. 
 
हरमन के अलावा मिताली, दीप्ति और वेदा की बल्लेबाज़ी और फिर झूलन और शिखा और दीप्ति शर्मा की अगुवाई में भारत के आक्रमण ने साबित कर दिया कि क्रिकेट में पुराने रिकॉर्डों का कोई मतलब नहीं होता. यहां मतलब सिर्फ और सिर्फ मौजूदा फॉर्म का होता है, जिसमें छह बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत के सामने बौनी साबित हुई और भारत ने उसे 36 रन से हरा दिया.
 
बेटियों पर गर्व 
आज पूरा देश इन बेटियों पर गर्व कर रहा है. अब इन्हें फाइनल में तीन बार की चैम्पियन इंग्लैंड की उस टीम से रविवार को लॉर्ड्स में खेलना है, जिसे वे अपने पहले ही मैच में हरा चुकी है. इस समय देशवासी यही कह रहे हैं कि बस….एक कदम और.
 
हर विभाग में अव्वल 
पहले हरमनप्रीत ने वर्ल्ड कप में भारत की ओर से सबसे बड़ी पारी (171) खेली जिससे भारत ने वर्ल्ड कप के इतिहास का संयुक्त रूप से दूसरा सबसे बड़ा स्कोर (4 विकेट पर 281) बनाया क्योंकि इंग्लैंड के खिलाफ भी भारत ने इतने ही रन बनाए थे लेकिन वे 50 ओवरों में बने थे. इसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 41वें ओवर में 245 रन ही बना पाई. झूलन, शिखा और दीप्ति ने शानदार गेंदेबाजी करके एक तरह से हरमनप्रीत के ही काम को आगे बढ़ाते हुए यह शानदार जीत दिलाई. हालांकि एलिस विलानी, एली पेरी और एलेक्स ब्लैकवेल ने कोशिश जरूर की मगर बाकी खिलाड़ियों की भारतीय गेंदबाजों ने चलने ही नहीं दी.
 
हरमन का तूफान   
इससे पहले हरमनप्रीत कौर ने ऐसे समय में अपने हाथ खोले, जब उसकी सबसे अधिक जरूरत थी. उन्होंने 171 रन की नॉटआउट पारी के दौरान 20 चौके और सात छक्के लगाए. यानी 122 रन उन्होंने खड़े-खड़े बना लिए. आलम यह था कि भारत ने आखिरी दस ओवरों में 129 रन बनाए.
 
वर्ल्ड कप के इतिहास की अपनी दूसरी और कुल तीसरी सेंचुरी के साथ उन्होंने भारत को 4 विकेट पर 281 के गगनचुम्बी स्कोर पर पहुंचाने में सबसे बड़ी मदद मिली. यह इस वर्ल्ड कप की भारत की दूसरी ऐसी पारी है जब उसने 281 का स्कोर बनाया है. उनकी आतिशी पारी ने भारतीय टीम प्रबंधन के सामने सबसे बड़ा सवाल खड़ा कर दिया कि आखिर उनके बल्लेबाजी क्रम के साथ इस वर्ल्ड कप में बार-बार छेड़छाड़ क्यों की गई.
 
उन्होंने कप्तान मिताली राज के साथ तीसरे विकेट के लिए 94 गेंदों पर 66 रन की पार्टनरशिप करके टीम को संकट से उबारने का काम किया और फिर दीप्ति शर्मा के साथ चौथे विकेट के लिए 80 गेंदों पर 137 रन बनाकर सबका दिल जीत लिया. चलते-चलते उन्होंने वेदा कृष्णामूर्ति (10 गेंद पर 16) के साथ 28 गेंदों पर 43 रन की पार्टनरशिप करके यादगार काम कर दिया. हरमनप्रीत ने कहा कि उन्होंने नजरें जमने के बाद ज्यादा से ज्यादा स्ट्राइक अपने पास रखने की कोशिश की और जहां चाहा, वहां उन्होंने स्ट्रोक खेले. इस पारी के लिए उन्होंने ईश्वर को भी याद किया.
 
हर तरफ स्ट्रोक
हरमन ने हमेशा की तरह मिडविकेट और कवर की ओर तो शॉट खेले ही, साथ ही उन्होंने शॉर्ट गेंदों पर पुल और स्कवेयर दिशा में शॉट खेलकर अपने सामने किसी भी गेंदबाज़ को जमने नहीं दिया. इतना ही नहीं, उन्होंने शॉट्स खेलने के लिए खाली जगह का खास ध्यान रखा और रन गति को तेजी से आगे बढ़ाया.
 
उनके लांग ऑन और मिडविकेट के ऊपर से लगाये कुल चार दर्शनीय छक्के देखने लायक थे. पारी के 37वें ओवर में उन्होंने दो चौके और दो छक्के लगाकर कुल 23 रन जुटाये. वहीं मिताली ने हमेशा की तरह टिककर खेलने का काम किया. उन्होंने मिड ऑन और गेंदबाज के ऊपर से दो बाउंड्री लगाई.  61 गेंद पर 36 रन की पारी के साथ मिताली राज इस वर्ल्ड कप में सबसे अधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी बन गई हैं. उन्होंने इंग्लैंड की टैमी के 387 के स्कोर को पार करके कुल 392 रन बना लिये.
  
पहले दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन करने वाली स्मृति मंधाना का लगातार छठे मैच में खराब फॉर्म जारी रहा और तेज गेंदबाज़ स्कट के सामने टाइमिंग गड़बड़ाने से वह चलती बनीं. वहीं पूनम राउत को स्टेप आउट करके खेलना महंगा साबित हुआ. मिताली क्रिस्टन बीम्स की गति परिवर्तन में उलझ गईं. इन तीनों के आउट होने के बाद दीप्ति शर्मा ने हरमन का बखूबी साथ निभाते हुए कुछ अटैकिंग शॉट्स खेले.
 

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