लीसेस्टर: साउथ अफ्रीका ने मौजूदा वर्ल्ड कप क्रिकेट में अपना दूसरा सबसे बड़ा स्कोर (9 विकेट पर 273) बनाया, वहीं भारत के खिलाफ भी इस वर्ल्ड कप का सबसे बड़ा स्कोर बना. साउथ अफ्रीका की ओपनर लीज़ेल ली ने इंग्लैंड के लीस्टर में खेले गए मैच में चौके छक्कों की बरसात कर दी और 65 गेंदों पर 92 रन की ताबड़तोड़ पारी में दस चौके और सात छक्के लगाए. यानी उन्होंने 92 में से 82 रन खड़े-खड़े ही बना लिए.
लीज़ेल इस पारी का मुख्य आकर्षण रहीं. उन्होंने सभी भारतीय गेंदबाज़ों को बैकफुट पर धकेल दिया. उन्होंने पहले तेज़ गेंदबाज़ शिखा पांडे की लय बिगाड़ने की कोशिश की. वह बात अलग है कि भारत को शिखा को खिलाना काफी उपयोगी रहा जिन्होंने बाद में शानदार गेंदबाज़ी करके दो विकेट भी चटकाए और रनों पर अंकुश भी लगाया.
लीज़ेल का धमाका
लीज़ेल ने उनके एक ओवर में दो चौके और एक छक्का लगाकर अपने इरादे ज़ाहिर कर दिए. फिर झूलन के एक ओवर में दो चौके और एक छक्का और फिर एकता बिष्ट पर दो छक्के और एक चौका लगाकर अपने आक्रामक तेवरों का परिचय दिया.
उन्होंने ज़्यादातर शॉट्स कवर और मिडविकेट की पोज़ीशन पर खेले. हालांकि वोल्वाट के शिखा की इनस्विंगर पर जल्दी आउट होने के बाद लीज़ेल ने बखूबी मोर्चा सम्भाला और भारतीय मूल की तृषा छेती के साथ 87 गेंदों पर 91 रन की पार्टनरशिप करके अपनी टीम को मज़बूत आधार दिया. हरमनप्रीत कौर की एक गेंद पर आड़े बल्ले से खेलने का प्रयास करना उन्हें महंगा साबित हुआ और वह एलबीडब्ल्यू आउट हो गईं.
पार्टनरशिप
इसके बाद टीम की हर बल्लेबाज़ ने रन गति के साथ कोई समझौता किए बगैर बढ़िया बल्लेबाज़ी करना जारी रखा. कप्तान डी वान नीकर्क और ट्राईऑन ने सातवें विकेट के ले 40 गेंदों पर 49 रन की पार्टनरशिप करके भारत की मुसीबतें बढ़ा दीं. डी वान ने स्वीप, कट और स्ट्रेट ड्राइव लगाकर रन गति को तेज़ी से आगे बढ़ाया. वहीं उनके साथ ट्राईऑन ने एकता बिष्ट पर दो दर्शनीय छक्के लगाए.
भारतीय गेंदबाज़ों में शिखा पांडे को मानसी जोशी की जगह खिलाने का दांव सटीक रहा. उन्हें सबसे अधिक तीन विकेट हासिल हुए. उन्होंने शुरुआती ओवरों में शानदार इनस्विंग के बाद दो पुछल्ला बल्लेबाज़ों को बखूबी निपटाया. हरमनप्रीत ने न सिर्फ जमी जमायी बल्लेबाज़ को निपटाया, वहीं क्रीज़ के कोने का अच्छा इस्तेमाल करते हुए अच्छी टर्न से उन्होंने ट्राईऑन को ग़लती करने के लिए मजबूर किया.
इस मैच में भारतीय बल्लेबाज़ों की अग्नि परीक्षा की घड़ी है. हालांकि भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपने पिछले आठ मैचों में से सात मैच रनों का पीछा करते हुए जीते हैं लेकिन उसकी सबसे बड़ी जीत 245 रनों का पीछा करते हुए हासिल हुई है जबकि वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 229 रनो का पीछा करते हुए उसने बड़ी जीत दर्ज की है. अगर भारत इस मैच को जीतता है तो यह रनों का पीछा करते हुए साउथ अफ्रीका के खिलाफ सबसे बड़ी जीत होगी.