नई दिल्ली: इसे भारतीय महिला टीम की जीत का चौका कहें या पिछले वर्ल्ड कप की हार का बदला. खैर आप इसे कुछ भी कहें लेकिन इस चौथी जीत से भारत ने वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी दावेदारी लगभग पक्की कर ली है. काउंटी मैदान डर्बी में भारत ने श्रीलंका को खेल के हर विभाग में पस्त कर दिया. श्रीलंका की फील्डरों ने कई जीवनदान देकर भारत का काम आसान कर दिया.
वैसे इस वर्ल्ड कप में पूनम राउत और स्मृति मंधाना की ओपनिंग जोड़ी शुरुआती मैचों में खतरनाक लग रही थी, मगर इस बार दोनों के सस्ते में निपटने से भारतीय मध्यक्रम ने अपनी ज़िम्मेदारी को बखूबी निभाया. खासकर दीप्ति शर्मा और कप्तान मिताली राज ने सेंचुरी पार्टनरशिप करके दिखा दिया कि यह टीम केवल एक या दो खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं है.
मज़बूत आधार
पहले दीप्ति शर्मा के विकेट के चारों ओर लॉफ्टेड शॉट्स और उनके साथ मिताली की सधी हुई पारी ने भारत को मज़बूत आधार दिया. दीप्ति मौके पर चलीं जबकि मिताली ने अपने चिर परिचित अंदाज़ में एक बार फिर हाफ सेंचुरी लगा दी, जो उनकी पिछली दस पारियों में आठवीं हाफ सेंचुरी है. इस पारी में भी मिताली ने कप्तान की पारी खेलते हुए अपने संयमित अंदाज़ को बरकरार रखा.
सम्मानजनक स्कोर
इसके बाद भारत ने 13 रन के अंतराल में तीन विकेट खो दिये, जिससे भारत अपने स्कोर को उतना आगे नहीं बढ़ा सका, जिसकी उससे उम्मीद की जा रही थी. हालांकि हरमनप्रीत कौर और वी. कृष्णामूर्ति ने 54 गेंद पर 50 रन की पार्टनरशिप करके भारत को 8 विकेट पर 232 के सम्मानजनक स्कोर तक ज़रूर पहुंचा दिया.
आगे की ज़िम्मेदारी थी गेंदबाज़ों की. झूलन ने शुरुआती ओवरों में बेहद कसी हुई गेंदबाज़ी करके श्रीलंका के बल्लेबाज़ों पर दबाव बना दिया. उन्होंने अपनी लेंग्थ बॉल पर जहां परेरा को पविलियन का रास्ता दिखाया वहीं पूनम यादव ने चमारी अटापट्टू को अपनी फ्लाइट से निपटाकर मैच का रुख पूरी तरह से भारत की ओर मोड़ दिया. ये वही अटापट्टू है जिन्होंने इसी वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 178 रन की पारी खेली थी.
उनका विकेट गिरते ही श्रीलंका की टीम दबाव में आ गई. यहां तक कि उसकी बल्लेबाज़ सिवाय विकेट बचाने के कुछ विशेष प्रभाव नहीं जमा पाईं. शशिकला और सुरंगिका ने हाफ सेंचुरी पार्टनरशिप करके श्रीलंका की पारी को संवारा लेकिन वह झूलन के दूसरे स्पेल की शिकार बनी. श्रीलंका ने इस दौरान तेज़ बल्लेबाज़ी के प्रयास में यह विकेट खोया था. अब भारत का अगला मुक़ाबला साउथ अफ्रीका से आठ जुलाई को है.
(लेखक महिला क्रिकेट के एक्सपर्ट और हिस्टोरियन हैं)