नई दिल्ली: इस साल प्रो रेसलिंग लीग में 70 किलोग्राम वजन में पूर्व एशियाई चैम्पियन अमित धनकड़ की उभरते पहलवान प्रीतम के हाथों हार को कुश्ती प्रेमी अभी भूले नहीं हैं. अब खबर है कि इन दोनों के वजनों को अगले एशियाई खेलों और कॉमनवेल्थ गेम्स से हटा दिया गया है. 2016 की एशियाई चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने वाले विनोद ओमप्रकाश को भी अपने नए वजन के बारे में सोचना होगा.
यही स्थिति 61 किलोग्राम वजन की भी है जहां इन दोनों आयोजनों में कभी बजरंग ने पदक हासिल किया था. इस साल एशियाई चैम्पियनशिप में इसी वजन में चुनौती रखने वाले हरफूल को भी अपने इस वजन से हटना पड़ेगा. अब इन दोनों आयोजनों में ओलिम्पिक की तरह छह-छह वजन होंगे. गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजक ग्रीकोरोमन शैली की कुश्ती को पहले ही शामिल न करने का फैसला ले चुके हैं.
फ्रीस्टाइल
यहां अब पुरुषों के फ्रीस्टाइल में ओलिम्पिक की तरह 57, 65, 74, 86 97 और 125 किलो के मुक़ाबले होंगे और महिलाओं में 48, 53, 58, 63, 69 और 79 किलो के मुक़ाबले होंगे. इसी तरह एशियाई खेलों में ग्रीकोरोमन शैली के मुक़ाबलों के लिए 59, 66, 75, 85, 98 और 130 किलो वजन होंगे. ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में पुरुषों के सात वजन थे मगर अब 61 किलो को इस सूची से हटाया गया है, वहीं इंचियोन एशियाई खेलों में कुल आठ वजन थे, जिनमें 61 और 70 किलो वजनों को हटाया गया है.
महिलाओं में 55 किलो की श्रेणी इन दोनों खेलों में नहीं होगी. वैसे बजरंग पूनिया को एशियाड और कॉमनवेल्थ गेम्स में 61 किलो में ही पदक हासिल हुए थे. यहां तक कि बुडापेस्ट में वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भी उन्हें इसी वजन वर्ग में पदक हासिल हुआ था लेकिन इस वजन के इन दोनों खेलों से हटने का असर बजरंग पर इसलिए भी कम होगा क्योंकि वह अब योगेश्वर दत्त के सीरियस कुश्ती से हटने से 65 किलो में आ गए हैं. पिछले दिनों एशियाई चैम्पियनशिप का गोल्ड भी इसी वजन में जीता है.
वैसे इस पूरी खबर से महिला कुश्ती को कोई नुकसान नहीं है क्योंकि इंचियोन एशियाई खेलों में महिला कुश्ती में चार ही वजन थे लेकिन अब जकार्ता में होने वाले अगले आयोजन में उन्हें ओलिम्पिक की ही तरह छह वजनों में उतरने का मौका मिलेगा.