वर्ल्ड कप में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत का अगला मुकाबला, इस खिलाड़ी से रहना होगा सावधान

अपने पहले मैच में तीन बार की चैम्पियन इंग्लैंड पर 30 रन की शानदार जीत दर्ज करने के बाद भारतीय टीम महिला वर्ल्ड कप में आत्मविश्वास से भरी हुई है और वह पिछली बार की रनर्स अप वेस्टइंडीज़ के खिलाफ होने वाले अपने अगले मैच में भी ऐसे ही कुछ तेज़तर्रार रुख का परिचय देने के लिए तैयार है.

Advertisement
वर्ल्ड कप में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत का अगला मुकाबला, इस खिलाड़ी से रहना होगा सावधान

Admin

  • June 28, 2017 12:52 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: अपने पहले मैच में तीन बार की चैम्पियन इंग्लैंड पर 30 रन की शानदार जीत दर्ज करने के बाद भारतीय टीम महिला वर्ल्ड कप में आत्मविश्वास से भरी हुई है और वह पिछली बार की रनर्स अप वेस्टइंडीज़ के खिलाफ होने वाले अपने अगले मैच में भी ऐसे ही कुछ तेज़तर्रार रुख का परिचय देने के लिए तैयार है.
 
वहीं ऑस्ट्रेलिया से अपने पहले मैच में आठ विकेट की हार के बाद वेस्टइंडीज़ की टीम की हालत किसी घायल शेरनी से कम नहीं है. उस समय वेस्टइंडीज़ ने आखिरी सात विकेट केवल 47 रन पर खो दिए थे. हालांकि वेस्टइंडीज़ पर वर्ल्ड कप में 5-0 का रिकॉर्ड भारत को मनोवैज्ञानिक रूप से और भी मज़बूत बनाता है. मैच टॉन्टन के काउंटी ग्राउंड पर गुरुवार को खेला जाएगा. 
 
महारथ हासिल
वेस्टइंडीज़ को यदि अपने पिछले रिकॉर्ड को बदलना है तो उसे खासकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जल्दी-जल्दी विकेट खोने की अपनी आदत पर लगाम लगानी होगी. पिछले कुछ वर्षों में वेस्टइंडीज़ ने रनों का पीछा करने में महारथ हासिल की है और वनडे क्रिकेट में उसके प्रदर्शन में भी काफी सुधार आया है. यह टीम पिछले वर्ल्ड कप की रनर्स अप है, जबकि भारतीय टीम उस वर्ल्ड कप में निराशाजनक ढंग से सातवें स्थान पर लुढ़क गई थी.
 
 
तेज़ तर्रार
उसकी तेज़ तर्रार हिटर डायन्ड्रा दोतिन और ऑलराउंडर कप्तान स्टेफनी टेलर से उसे काफी उम्मीदें हैं. पूर्व कप्तान और विकेटकीपर मेरिसा ऑगुलेरा और बिग बैश लीग और केआईए सुपर लीग में खेल चुकी अनुभवी हेले मैथ्यूज उसे और भी मजबूत बनाते हैं. इन सब खूबियों के चलते उसे वर्ल्ड कप में भारत के खिलाफ पहली जीत का इंतज़ार है.
 
ओपनिंग
वहीं भारतीय टीम को किसी भी तरह की शिथिलता से बचना होगा. टॉप चार में जगह बनाने के लिए उसका हर मैच अहम है. कप्तान मिताली राज टीम की सबसे भरोसे की खिलाड़ी हैं, जिनके नाम वर्ल्ड कप की अब तक खेली 15 पारियों में 468 रन दर्ज हैं. इंग्लैंड के खिलाफ मैच में उन्होंने लगातार सातवीं हाफ सेंचुरी लगाकर अच्छी फॉर्म का परिचय दिया है. वहीं स्मृति मंधाना और पूनम राउत से एक बार फिर आतिशी ओपनिंग पार्टनरशिप की उम्मीद है.
 
 
वहीं भारत को विकेट के बीच की दौड़  और विकेट के पीछे सुषमा वर्मा के प्रदर्शन में सुधार करना होगा. साथ ही गेंदबाज़ी में शॉर्ट गेंदों से बचना होगा. बेशक पहले मैच में भारत ने चार रन आउट किए लेकिन फिर भी अभी फील्डिंग में काफी सुधार की गुंजाइश है. सुषमा ने इंग्लैंड के खिलाफ पिछले मैच में विकेट के पीछे दो मौके चूके थे जिससे उस समय मैच का रुख इंग्लैंड की ओर जाता दिखाई दिया था. यही पक्ष कभी भारत की मज़बूती हुआ करता था जहां विकेटकीपिंग ने वर्ल्ड कप में अब तक भारत की कई जीतों में अहम भूमिका निभाई है. अंजू जैन के नाम विकेट के पीछे 17 स्टम्प और 14 कैच का रिकॉर्ड दर्ज है.
 
भारत का वर्ल्ड कप में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ शानदार प्रदर्शन रहा है. भारत ने वेस्टइंडीज़ को 1993 के वर्ल्ड कप में 64 रन के रन से हराया था. उस मैच में बाएं हाथ की स्पिनर डायना एडूलजी ने नौ ओवर में 15 रन देकर तीन विकेट चटकाए थे. 1997 में वेस्टइंडीज़ की टीम भारत के खिलाफ 146 रन के लक्ष्य के जवाब में केवल 83 रन पर सिमट गई थी. पूर्णिमा चौधरी ने 21 रन में पांच खिलाड़ियों को आउट किया. 2005 में वेस्टइंडीज़ ने पहले खेलते हुए 135 रन बनाए, जिसे भारत ने 102 गेंद और 8 विकेट के रहते लक्ष्य हासिल कर लिया.
 
झूलन गोस्वामी ने 16 रन में चार विकेट हासिल किए. 2009 में भारत ने वेस्टइंडीज़ से मिले 85 रन के लक्ष्य को दो विकेट खोकर हासिल कर लिया. इस मैच में लेग ब्रेक बॉलर प्रियंका राव ने 14 रन में चार विकेट हासिल किए. 2013 में भारत ने वर्ल्ड कप का अपना सर्वाधिक स्कोर छह विकेट पर 284 रन बनाया. इसके जवाब में वेस्टइंडीज़ की टीम 179 रन पर सिमट गई. इस मैच का आकर्षण टी. कामिनी और पूनम राउत के बीच रिकॉर्ड 175 रन की पार्टनरशिप होना रही. भारत ने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ ये पांच जीतें 1993 से 2013 के बीच दर्ज कीं. 

Tags

Advertisement