नई दिल्ली: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में बांग्लादेश क्रिकेट टीम ने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया. सेमीफाइनल में बांग्लादेशी टीम को भारतीय टीम के हाथों हार का सामना करना पड़ा. जिसके बाद बांग्लादेशी कप्तान ने कहा है कि क्रिकेटर हीरो नहीं हैं, बस पैसे के लिए खेलते हैं.
बांग्लादेशी कप्तान मशरफे मुर्तजा का कहना है कि उन्हें समझ नहीं आता कि लोग देश भक्ति को क्रिकेट से क्यों जोड़ते हैं. क्रिकेटर सिर्फ पैसे के लिए ही अपना प्रदर्शन करता है. असल मायने में तो डॉक्टर, किसान और मजदूर देश के वास्तविक स्टार हैं.
असली स्टार
मुर्तजा ने कहा ‘मैं एक क्रिकेटर हूं लेकिन क्या मैं किसी की जिंदगी बचा सकता हूं ? ये काम एक डॉक्टर अच्छे से कर सकता है. लेकिन कोई भी डॉक्टर के इस काम के लिए तालियां नहीं बजाता. वो कई लोगों को एक नई जिंदगी प्रदान करते हैं. असल में वो एक स्टार हैं.’ इसके अलावा उन्होंने कहा ‘मजदूर पूरे देश का निर्माण करते हैं, क्रिकेटर नहीं. मजदूर भी स्टार हैं.’
कला का प्रदर्शन
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि क्रिकेटर सिर्फ पैसों के लिए खेलता है क्योंकि उसे अपने खेल से भुगतान मिलता है. उन्होंने कहा कि हमें पैसा मिलता है और हम खेलते हैं. क्रिकेटर भी किसी गायक या किसी अभिनेता की तरह ही अपनी कला का प्रदर्शन करता है.
उन्होंने कहा कि देश भक्ति क्रिकेट में नहीं बल्कि देश को सुधारने में दिखाएं. अगर कोई इंसान सड़कों पर केले के छिलके ना डाले और ट्रैफिक के नियम ना तोड़े तो दुनिया काफी बदल सकती है. यही सच्ची देश भक्ति होगी.
इस पर भारत के कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एक ट्वीट भी किया है और बांग्लादेश के कप्तान मशरेफ मुर्तजा की तारीफ भी की है. इसको लेकर उन्होंने मुर्तजा को ‘दार्शनिक-कप्तान’ कह दिया है.
बता दें कि इस सेमीफाइनल मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने आई बांग्लादेश की टीम ने 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 264 रन बनाए हैं. जिसके जवाब में टीम इंडिया ने 40.1 ओवर में 1 विकेट खोकर 265 रन बनाकर लक्ष्य को हासिल कर लिया.