Categories: खेल

पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान, इंग्लैंड का रोका विजय रथ

नई दिल्ली : पाकिस्तान ने कार्डिफ में साबित कर दिया कि पुराने रिकॉर्ड, रैंकिंग और विपक्षी टीम का टूर्नामेंट में अपराजित रहने का क्रम कोई मायने नहीं रखता. मायने रखती हैं सिर्फ और सिर्फ मौजूदा फॉर्म. इस मैच से पहले पाकिस्तान इंग्लैंड से पिछले 14 मैचों में से 12 में हारा था, मगर इस बार उसने मौके पर चौका लगा दिया और वर्ल्ड कप की ऐतिहासिक जीत के 25 साल के बाद चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में उसने जगह बनाई और वहीं क्रिकेट प्रेमियों को भारत-पाकिस्तान फाइनल की उम्मीदें जग गईं क्योंकि भारतीय क्रिकेट प्रेमी सेमीफाइनल में भारत की बांग्लादेश पर जीत को मानकर चल रहे हैं.
टूर्नामेंट की आठ टीमों में सबसे निचली रैंकिंग की टीम विजय रथ पर सवार टीम के खिलाफ हर क्षेत्र में सवा सेर साबित हुई और इंग्लैंड को अपने ही दर्शकों के बीच मुंह की खानी पड़ी और उसका 50 ओवर के टूर्नामेंट में खिताब न जीत पाने का सपना एक बार फिर चकनाचूर हो गया. वहीं पाकिस्तान ने भारत से हारने के बाद हर मैच मे अपने खेल के स्तर में सुधार किया। पहले उसने अपनी गेंदबाज़ी सुधारी और फिर बल्लेबाज़ी. इसके साथ ही शानदार फील्डिंग उसके लिए बोनस साबित हुई.
पाकिस्तान ने यह भी साबित कर दिया कि बेशक उन्हें देश में इंटरनैशनल क्रिकेट खेलने का मौका न मिले. ढांचागत सुविधाएं कितनी ही क्यों न चरमरा जाए लेकिन खिलाड़ियों के इस जज़्बे ने साबित कर दिया कि इस जहां में कुछ भी नामुमकिन नहीं है. अभी तक चर्चा मोहम्मद आमिर और जुनैद खान की हुआ करती थी लेकिन हसन अली के रूप में उसे एक ऐसा नायाब हीरा मिला, जिसकी चमक के सामने सभी फीके लगने लगे. उन्हें तीन विकेट चटकाने और किफायती गेंदबाज़ी करने के लिए मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला.
इसे पाकिस्तान की दिलेरी ही कहा जाएगा कि आमिर के इंजर्ड होने पर उसने रुम्मान रईस के रूप में एक ऐसे तेज़ गेंदबाज़ को उतारा, जो पहले कभी वनडे नहीं खेला था. उन्होंने ही ओपनर हेल्स का विकेट लेकर इंग्लैंड के विकेटों के पतन की शुरुआत की. सबसे बड़ी बात यह है कि पाकिस्तान के गेंदबाज़ों ने इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को जमने ही नहीं दिया- खासकर स्लॉग ओवरों में. आखिरी दस ओवरों में इंग्लैंड महज़ 42 रन बना पाए और इस दौरान उसने चार विकेट भी गंवाए.
इसकी बड़ी वजह उसके गेंदबाज़ों का इन ओवरों में गुड लेंग्थ पर कटर डालना रहा. साथ ही बीच-बीच में धीमी गेंदों से उन्होंने इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों के पैर उखाड़ दिए. साथ ही यॉर्कर को भी पाकिस्तानी गेंदबाज़ों ने हथियार की तरह इस्तेमाल किया जिससे इंग्लैंड इस टूर्नामेंट के अपने न्यूनतम स्कोर पर सिमट गया. लेग स्पिनर ने जो रूट को कट करने के लिए मजबूर किया और साबित कर दिया कि वह भविष्य के सितारे हैं.
वहीं इंग्लैंड के गेंदबाज़ों का शॉर्ट गेंदें डालना समझ से परे था. शुरू में फखर के पुल और हुक शॉट खेलने से उन्होंने विकेट खरीदने की कोशिश की लेकिन उनके आउट होने के बाद उनकी यह रणनीति समझ से परे थे. तारीफ करनी होगी पाकिस्तान की सलामी जोड़ी की, जिसमें फखर ने लगातार दूसरी हाफ सेंचुरी लगाकर दिखा दिया कि वह शॉर्ट गेंदों से नहीं डरते. वहीं अज़हर अली ने लगातार स्ट्राइक रोटेट करके टीम पर दबाव नहीं आने दिया और बड़े शॉर्ट के लिए कमज़ोर गेंद का इंतज़ार किया.
दोनों ने सिर्फ सेंचुरी पार्टनरशिप की बल्कि चैम्पियंस ट्रॉफी में 17 साल बाद सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप भी की. अज़हर की टिकाऊ बल्लेबाज़ी का अंदाज़ा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपनी पहली बाउंड्री आठवें ओवर में लगाई और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. इसके बाद की कमान बाबर आज़म और मोहम्मद हफीज़ ने बखूबी सम्भाल ली.
admin

Recent Posts

आसमानी किताब पढ़कर डॉक्टर ने बुर्के वाली का किया ऐसा इलाज़, Video देखकर माथा पीटने लगे लोग

वीडियो देखने के बाद लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि हो क्या रहा है?…

8 minutes ago

सुप्रीम कोर्ट जैसी बद्दतमीज अदालत कहीं नही देखी.., अगले CJI ने बताया सर्वोच्च न्यायालय का सच

जस्टिस गवई इस साल मई में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनेंगे। इसके बावजूद उन्होंने…

10 minutes ago

24 या 25 किस दिन है षटतिला एकादशी, जानिए पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व

हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। षटतिला एकादशी भी हिंदू धर्म में…

25 minutes ago

सर्दियों में भी शीशे की तरह चमकेगा आपका चेहरा, बस फॉलो करें ये स्किन केयर ट्रेंड

आज के समय में हर कोई शीशे की तरह चमकती और साफ-सुथरी त्वचा चाहता है।…

29 minutes ago

12 साल की बच्ची को छेड़ रहा था पाकिस्तानी मोहम्मद, गोरों ने की ऐसी जबरदस्त कुटाई रोने के लिए भी तरसा

वायरल हो रहे वीडियो को लेकर कहा जा रहा है कि इसमें दिख रहा शख्स…

30 minutes ago

पति को छोड़ प्रेमी से किया निकाह, 1000 किलोमीटर का सफर तय कर पहुंची रायबरेली, अपनाई सीमा हैदर की राह

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में रहने वाली महिला ने अपने प्यार को पाने के लिए ऐसा…

44 minutes ago