कानपुर: कानपुर से पकड़े गए IPL सट्टेबाज नयन शाह ने बड़ा खुलासा किया है. नयन के मुताबिक वो मैच नतीजों को प्रभावित करने के लिए पिचों से छेड़छाड़ करवाता था. कोर्डवर्ड के जरिए वह सट्टेबाजों को बताता था कि पिच किस तरह की है और इस वक्त पिच का मिजाज क्या है.
IPL में सट्टेबाजी का नया कोडवर्ड !
पाटा यानी फ़ास्ट पिच, सोलो मतलब स्लो पिच. जी हां इन्हीं कोर्डवर्ड के जरिए ये सट्टेबाज कानपुर से पकड़े गए थे. पहले पिच का मिजाज पता करते थे और फिर उसके हिसाब से सट्टे की बोली शुरू होती थी. दरअसल कानपुर के लैंडमार्क होटल से गिरफ्तार बुकी नयन शाह ने कबूल किया है कि वो मैच पर असर डालने के लिए पिच से छेड़छाड़ करवाता था.
इसके लिए वो स्टेडियम के कर्मचारी को 15-20 हजार रुपए देता था. नयन के आदेश पर कर्मचारी पिच पर पानी डाल कर नमी ला देते थे और फिर कोडवर्ड के जरिए उन्हें इसकी जानकारी दे देते थे.
पिच की तस्वीरें लीक हुईं
एसएसपी आकाश कुलहरी के मुताबिक, बुकी नयन शाह का नेटवर्क देश के कई स्टेडियम में है, जहां से उसे मैच के पहले पिच की जानकारी मिलती है. पुलिस की जांच में ये बात भी सामने आई है कि IPL की टीमें जिन-जिन शहरों में मैच खेलने जाती थी, वहां नयन शाह मौजूद रहता था.
कैसे चलता था सट्टेबाजी का धंधा ?
पुलिस को नयन शाह के मोबाइल में दर्जन भर से ज्यादा बुकीज़ के नाम और नंबर मिले हैं. जांच में बंटी खंडेलवाल नाम के शख्स का पता चला है. जो इस सट्टेबाजी गिरोह का सरगना है. पुलिस के मुताबिक स्टेडियम का कर्मचारी पिच की तस्वीरें और जानकारी पहले नयन शाह को व्हाट्सएप के जरिए भेजता था.
इसके बाद नयन शाह ये जानकारियां गिरोह के सरगना बंटी तक पहुंचाता था. इसके बाद सट्टे की बोली लगनी शुरू होती थी. पुलिस बंटी समेत तमाम बुकीज की धरपकड़ के लिए महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान में छापेमारी कर रही है.
अंदर की बात
अंदर की बात ये है कि पूरे मामले का खुलासा बीसीसीआई की एंटी करप्शन एंड सिक्यूरिटी कमेटी की सूचना पर ही हुआ. कमेटी के हेड और पूर्व दिल्ली कमिश्नर नीरज कुमार ने एसएसपी आकाश कुलहरि को लैंडमार्क होटल में सट्टेबाजी होने की जानकारी दी. जिसके बाद एसएसपी ने एसपी क्राइम को होटल में छापा मारने के निर्देश दिए.
ये बात भी सामने आई है कि पकड़ा गया बुकी नयन शाह बंटी खंडेलवाल के लिए काम करता था और उसे हर मैच के लिए डेढ़ से दो लाख रूपए मिलते थे. उसका फ्लाइट से आने जाने का खर्च भी अजमेर में बैठा बुकी बंटी ही उठाता था.