नई दिल्ली: मनी लाउंड्रिंग मामले में देश से फरार इंडियन प्रीमियर लीग के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान के खिलाफ कुछ दस्तावेज पेश कर सनसनी मचा दी है. अब ललित मोदी ने एन. श्रीनिवासन से चल रही लड़ाई के चलते धोनी को विवादों में घसीटने की कोशिश की है.
ललित मोदी ने धोनी और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन पर निशाना साधा है. इसके अलावा उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जटेली पर भी इशारों ही इशारों में हमला बोला है. अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर ललित मोदी ने इंडिया सीमेंट की तरफ से धोनी को मिला ऑफर लेटर शेयर किया है. जिसमें धोनी को बतौर मार्केटिंग वाइस प्रेंजिडेंट नियुक्त किया गया है.
इस लेटर के जरिए ललित मोदी ने IPL में दो साल का प्रतिबंध झेल रही चेन्नई सुपरकिंग्स की फ्रैंचाइजी इंडिया सीमेंट्स में धोनी के बतौर वाइस प्रेजिडेंट (मार्केटिंग) की नियुक्ति पर सवाल खड़े किए हैं. इसके साथ ही इस लेटर में धोनी की मासिक आय के बारे में भी बताया गया है. लेटर के मुताबिक धोनी की बेसिक मासिक आय 43000 रुपये है. रिपोर्ट्स के मुताबिक धोनी सालों से बीसीसीआई में ग्रेड ए श्रेणी के क्रिकेट खिलाड़ी. जिसके कारण उन्हें इससे कई गुना ज्यादा आय मिलती है.
ललित मोदी ने धोनी की आय को आधार बनाते हुए सवाल उठाए हैं और लिखा है ‘ऐसा सिर्फ भारत में ही हो सकता है. बीसीसीआई के पुराने रक्षकों के जरिए ही नियमों की लगातार अवमानना की जाती रही हैं. नॉर्थ ब्लॉक (अरुण जेटली) पर भी शक है. लेकिन जो सबसे अजीब लग रहा वह धोनी का ये नियुक्ति पत्र है. धोनी सालाना 100 करोड़ रुपये कमाते हैं और इतना कमाने के बाद भी क्या वह श्रीनिवासन के कर्मचारी बनने को तैयार होंगे ? शर्त लगाकर कह सकता हूं कि ऐसे कई और कॉन्ट्रैक्ट होंगे.
इंस्टाग्राम के अलावा उन्होंने ट्विटर पर भी धोनी का ऑफर लेटर शेयर किया है.