नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) सीजन 10 जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, इसमें हो रही घटिया और खराब अंपायरिंग की पोल भी खुलती जा रही है. सबसे ताजा मामला हैदराबाद और मुंबई के बीच खेले आईपीएल दस के दसवें मैच का है. इस मुकाबले में मुंबई की टीम सनराइजर्स के विजय रथ को रोकने में कामयाब रही लेकिन साथ ही खराब अंपायरिंग के चलते क्रिकेट के नियमों की धज्जियां भी उड़ गई.
पूरा मामला सनराइजर्स की पारी के छठे और सातवें ओवर का है. सनराइजर्स हैदराबाद के ओपनर्स वॉर्नर और धवन क्रीज पर थे. छठे ओवर की आखिरी गेंद पर स्ट्राइक वॉर्नर के पास थी और धवन नॉन-स्ट्राइकर एंड पर थे. डेविड वॉर्नर ने छठे ओवर की आखिरी गेंद पर चौका जड़ा. लेकिन, फिर अगले ही यानी सातवें ओवर की पहली गेंद पर वो स्ट्राइक पर होते हैं. जबकि, क्रिकेट के नियमों के मुताबिक स्ट्राइक वॉर्नर की नहीं धवन की बनती थी.
क्रिकेट के नियम ताक पर
अगर वॉर्नर ने छठे ओवर की आखिरी गेंद पर एक रन लिया होता तो स्ट्राइक उनके पास होती . लेकिन ओवर की आखिरी गेंद पर चौका जड़ने या दो रन लेने की सूरत में अगले ओवर में स्ट्राइक पिछले ओवर में नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े बल्लेबाज की होती है. आईपीएल में क्रिकेट के नियमों से परे हुई स्ट्राइक चेंज की ये पहली घटना है. वर्ल्ड क्रिकेट में भी ऐसा शायद ही कभी हुआ हो. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वॉर्नर और धवन ने ऐसा जानबूझकर किया होगा या फिर ऐसा अंपायर की अनदेखी की वजह से हुआ.
सवाल थर्ड अंपायर और मैच रेफरी पर भी उठते हैं. क्या थर्ड अंपायर फील्ड अंपायर्स को उनकी गलती के बारे में नहीं बता सकते थे और क्या मैच रेफरी का काम सिर्फ खिलाड़ियों पर ही जुर्माना लगाना है. खास बात ये है कि जब वॉर्नर ने धवन की जगह स्ट्राइक लिया तो मैदान पर अंपायरिंग का जिम्मा नितिन मेनन और नंदन संभाल रहे थे . ये अंपायर्स की वही जोड़ी है जो मुंबई इंडियंस के पिछले मैच में रोहित शर्मा को गलत आउट देकर सुर्खियों में आई थी.
मानवीय भूल
अंपायर्स से आउट देने पर गलती हो तो उसे एक मानवीय भूल कहा जाता है, लेकिन स्ट्राइक चेंज हो जाए और कुछ भी ना हो तो उसे मानवीय भूल नहीं कहा जा सकता . भारतीय अंपायर्स का ऐसा घटिया प्रदर्शन बीसीसीआई के लिए भी चिंता का सबब है, क्योंकि खराब अंपायरिंग का असर आईसीसी में बीसीसीआई की साख पर पड़ता है. यही वजह है कि आईसीसी अंपायर्स के एलिट पैनल में एस रवि को छोड़ कोई दूसरा भारतीय नहीं है.