नई दिल्ली: सचिन तेंडुलकर….वीरेंद्र सहवाग….राहुल द्रविड़…..वीवीएस लक्ष्मण…. कभी ये चारों टीम इंडिया के सदस्य थे, आज ये चारों एक दूसरे की विरोधी टीमों से जुड़े हैं. ये सभी आईपीएल में अपनी-अपनी टीम के मेंटर यानी गुरु हैं. सचिन मुम्बई के, सहवाग किंग्स इलेवन, पंजाब के, द्रविड़ दिल्ली डेयरडेविल्स के और लक्ष्मण सनराइज़ हैदराबाद के मेंटर हैं.
सच तो यह है कि इन चारों खिलाड़ियों का खेल के प्रति नज़रिया इनकी टीमों में दिखाई देने लगा है जिससे इनकी टीमें बाकी चार टीमों के मुक़ाबले ज़्यादा योजनाबद्ध दिखाई देती हैं.
वीरेंद्र सहवाग
किंग्स इलेवन, पंजाब को ही लीजिए. पिछले दो आईपीएल मुक़ाबलों में सबसे निचले पायदान पर रहने वाली इस टीम में वीरेंद्र सहवाग ने ऐसा जोश पैदा किया है जो टीम के प्रदर्शन पर साफ तौर पर दिखाई दे रहा है. पुणे और आरसीबी पर मिली आसान जीत इसका बड़ा उदाहरण है. सहवाग ने अपनी शैली के खिलाड़ी मैक्सवेल को टीम की कमान सौंपी और मैक्सवेल ने दोनों मैचों में उनके अंदाज़ में बल्लेबाज़ी की. यहां तक कि ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी से परहेज़ करने वाले हाशिम अमला भी अब अटैकिंग बल्लेबाज़ी करने लगे हैं. गेंदबाज़ी में वरुण एरोन और अक्षर पटेल भी टीम में फ्रंट से आक्रमण करते दिखाई देने लगे हैं.
सचिन तेंडुलकर
सचिन तेंडुलकर मुम्बई इंडियंस के मेंटर हैं. वह खिलाड़ियों की क्षमताओं के अनुकूल टीम की रणनीति बनाने में कोचों को सलाह देने में यकीन करते हैं. यही वजह है कि पहला मैच पुणे सुपरजांयट्स से हारने के बाद दूसरे मैच में टीम ने पुरानी कमज़ोरियों से सबक सीखा. नीतीश राणा के रूप में एक उभरते खिलाड़ी का सामने आना इस टीम की फिलहाल सबसे बड़ी उपलब्धि है.
राहुल द्रविड़
अब बात उन राहुल द्रविड़ की जो युवा खिलाड़ियों की खोज करने में माहिर माने जाते हैं. पहले राजस्थान रॉयल्स में उन्होंने युवा प्रतिभाओं को तराशा और वहीं से संजू सैम्पसन के साथ वह दिल्ली टीम से जुड़े और संजू ने इस आईपीएल सीज़न की एकमात्र सेंचुरी लगाकर अपने अंदर छिपी सम्भावनाओं को उजागर करके द्रविड़ पर अपना भरोसा बनाए रखा. क्रिस मॉरिस और ज़हीर खान जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ द्रविड़ मित्रवत व्यवहार करते हैं जबकि संजू सैम्पसन और ऋषभ पंत जैसे उभरते खिलाड़ियों को उनकी टिप्स बहुत काम आती हैं.
वीवीएस लक्ष्मण
इस कड़ी में चौथे मेंटर वेरी-वेरी स्पेशल लक्ष्मण हैं, जो सनराइज़र्स हैदराबाद के साथ जुड़े हैं. वह भी द्रविड़ की तरह युवा खिलाड़ियों पर पारखी नज़र रखते हैं. खासकर अफगानिस्तानी लेग स्पिनर राशिद खान पर वह तब से नज़र रखे हुए थे, जब वह पिछले दिनों ग्रेटर नोएडा में अपनी फिरकी पर आयरलैंड के बल्लेबाज़ों को पविलियन की ओर चलता कर रहे थे.
ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि पुणे, गुजरात, केकेआर और आरसीबी की टीमें क्या इनसे प्रेरित होकर अगले आईपीएल सीज़न में अपने खिलाड़ियों को प्रेरित करने वाला मेंटर रखती हैं या नहीं.