नई दिल्ली : भारत और पाकिस्तान के बीच क बार फिर से क्रिकेट सीरीज की शुरुआत हो सकती है. ऐसी उम्मीद है कि इस साल के अंत में भारत और पाकिस्तान द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज खेली जा सकती है. हालांकि बीसीसीआई को अभी इस बारे में भारत सरकार की अनुमति की जरुरत है. बीसीसीआई ने इस मामले में गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर अनुमति मांगी है. हालांकि बीसीसीआई ने इस प्रकार की किसी भी खबर का खंडन किया है.
बीसीसीआई ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर दुबई में भारत-क्रिकेट मैच खेलने की मांग की है. बीसीसीआई चाहता है कि दोनों देशों के बीच दुबई में 3 टेस्ट, 5 वनडे और 2 टी-20 मैचों की सीरीज खेली जाए. बीसीसीआई ने सरकार की अनुमति मांगने के लिए गृह मंत्रालय से संपर्क किया है. सूत्रों के मुताबिक यह सीरीज दुबई में खेली जा सकती है.
भारतीय बोर्ड सितंबर या नवंबर में पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने की इजाजत चाहता है. बीसीसीआई ने चैंपियंस लीग टी-20 के लिए सितंबर को रिजर्व किया था, लेकिन इस टूर्नामेंट को बंद कर दिया गया है. कहा जा रहा है कि बोर्ड नवंबर में भारत के साउथ अफ्रीका दौरे से पहले दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ एक सीरीज खेलने का इच्छुक है.
बता दें कि आईसीसी के फ्यूचर टूर कार्यक्रम के अनुसार 2014 में पाकिस्तान को भारत के साथ एक सीरीज होस्ट करनी थी. लेकिन दोनों देशों के बीच बिगड़े रिश्तों के बाद यह सीरीज रद्द हो गई थी. तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर और पीसीबी अध्यक्ष शहरयार खान के बीच भी बातचीत से कोई हल नहीं निकला था.
वहीं इस मामले में भाजपा के निलंबित सांसद और पूर्व टेस्ट क्रिकेट खिलाडी कीर्ति आजाद ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच में तब तक कोई क्रिकेट मैच नहीं होना चाहिए जब तक कि वह आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद ना कर दे. कीर्ति ने पूछा है कि ऐसी क्या बात हो गई दोनों देशो के बीच में क्रिकेट मैच करना जरुरी हो गया है? क्रिकेट मैच भी दुबई भी करवा रहे हैं. पाकिस्तान कभी सुधरने वाला नहीं है 1978 से तो वह खुद देख रहे है उसकी पूंछ टेड़ी ही रहने वाली है.