देहरादून: द अल्टीमेट उत्तराखंड हिमालय MTB चैलेंज, एशिया में सबसे लंबी पर्वत बाइक की दौड़ में से एक है. इसे उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड (यूटीडीबी) के जरिए पर्यटन विभाग उत्तराखंड सरकार और साइकलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के साथ मिलकर हर साल आयोजित किया जाता है. इसका उद्देश्य उत्तराखंड में एडवेंचर टूरिज्म और पहाड़ बाइकिंग को बढ़ावा देना है.
इस दौड़ का तीसरा संस्करण 8 अप्रैल से 16 अप्रैल 2017 तक आयोजित किया जाएगा. जिसमें निकीताल, अल्मोड़ा, चंपावत, पिथौरागढ़ बागेश्वर, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी-गढ़वाल, उत्तरकाशी और देहरादून के दस जिलों में 884 किलोमीटर की दूरी को कवर किया जाएगा.
तीसरा संस्करण
रिपोर्ट्स के मुताबिक दौड़ के तीसरे संस्करण में 15 से अधिक देशों की भागीदारी होने की उम्मीद है. मुख्य कार्यक्रम के लिए टॉप 50 राइडरों की चुना जाएगा. इनका चुनाव 7 अप्रैल को नैनीताल में होने वाली क्वालीफाइंग रेस में 100 से ज्यादा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अभिजात वर्ग साइकिलें क्वालिफाइंग राउंड में हिस्सा लेगें. इसके लिए रजिट्रेस्शन फ्री रखा गया है.
सुरक्षित उत्तराखंड
यूटीडीबी के डायरेक्टर इन्फ्रावस्ट्रक्चरर आरके जोशी के मुताबिक इस इवेंट को दो बार सफलतापूर्वक आयोजित करने के बाद अब इसका तीसरा आयोजन करने जा रहे हैं. इस प्रतियोगिता के आयोजन से प्रदेश में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि माउंटेन बाइकिंग चैलेंज के लिए भी राइडर्स देश विदेश के विभिन्ना क्षेत्रों से यहां आएंगे. इस तरह की प्रतियोगिता के आयोजन से देश और विदेश में सुरक्षित उत्तराखंड का संदेश पहुंचाने में भी सफलता मिलेगी.
प्री क्वारलिफाइंग रेस
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यूं तो एमटीबी बाइक रैली का आगाज 8 अप्रैल से होगा लेकिन इससे पहले 7 अप्रैल को नैनीताल में प्री क्वारलिफाइंग रेस का आयोजन किया जाएगा. प्री क्वालिफाइंग रेस के आधार पर ही प्रतिभागी इस रेस में भाग ले सकेंगे. इसे ‘द अल्टीमेट उत्ततराखंड हिमालयन एमटीबी चैलेंज’ का नाम दिया गया है. इस प्रतियोगिता का फ्लैग ऑफ 8 अप्रैल को नैनीताल से किया जाएगा.
बता दें कि दौड़ का दूसरा संस्करण 8 से 16 अप्रैल 2016 तक आयोजित किया गया था. समारोह का भव्य उद्घाटन और औपचारिक ध्वज 8 अप्रैल 2016 को नैनीताल में आयुक्त कुमायण के जरिए अगस्त सभा की मौजूदगी में किया गया था.
9 अप्रैल 2016 को नैनीताल से शुरू होकर दौड़ में छह बाइकिंग दिनों में नैनीताल, अल्मोड़ा, चमोली (ग्वालदम्), रुद्रप्रयाग, नई टिहरी, उत्तरकाशी (चिनिलीसौर) के आठ जिलों, देहरादून (मसूरी ) 15 अप्रैल 2016 को कुल 628 किलोमीटर दूरी तय की थी.