नई दिल्ली : रियो ओलिम्पिक में जिस विनेश फोगट को इंजरी ने पटखनी दे दी थी, वही विनेश रियो के बाद पहली बार अब शहीदी दंगल में उतर रही हैं. उधर विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक ओलिम्पिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक का नाम भी आखिरी वक्त पर इस दंगल के लिए रेलवे टीम में शामिल किया गया है. अपना वजन बढ़ने की वजह से वह सम्भव है कि 63 किलो वर्ग में अपनी चुनौती रखें. हरियाणा सरकार के जरिए आयोजित इस दंगल में एक करोड़ 86 लाख रुपये के ईनाम बांटे जाएंगे.
`इन खबर` को मिली एक्सक्लूसिव खबर के मुताबिक एक समय साक्षी मलिक ने अपनी शादी का हवाला देते हुए इस दंगल से हटने का फैसला किया था लेकिन आखिरी क्षणों में रेलवे की टीम में शामिल किए गए सत्यव्रत की साक्षी को खिलाने की शर्त पर रेलवे टीम प्रबंधन को यह फैसला लेना पड़ा. हालांकि साक्षी सोमवार को लखनऊ में राष्ट्रीय टीम के कैम्प में नहीं थी और वह कोच व कैम्प के कई पहलवानों के साथ मुम्बई में टाइम्स अवॉर्ड फंक्शन में भाग लेने गई थीं, जिससे उनसे सम्पर्क नहीं हो पाया है.
पांच किलो बढ़ा वजन
खबर यह भी है कि साक्षी का वजन तकरीबन पांच किलो तक बढ़ गया है जिससे वह अपने पसंदीदा 58 किलो में भाग लेने की स्थिति में नहीं थीं इसलिए उन्होंने अगली वजन श्रेणी में भाग लेने का फैसला किया है. सूत्रों के मुताबिक इस वजन में रेलवे टीम में शामिल की गई रितु मलिक का पत्ता कट गया है, जबकि उनसे पहले सत्यव्रत को सुमित की जगह टीम में शामिल किया गया है. पिछले साल इस दंगल में सुमित एक करोड़ के ईनाम की सबसे बड़ी कुश्ती में मौसम खत्री से हार गए थे, जिससे उन्हें 50 लाख रुपये का ईनाम मिला था.
टीवी पर देखा PWL
दूसरी खबर विनेश को लेकर है, जो रियो ओलिम्पिक में एक कुश्ती जीतने के बाद चीन की पहलवान के खिलाफ दूसरे राउंड में इंजर्ड हो गई थीं. तब से वह किसी भी स्तर के कुश्ती मुक़ाबलों से बाहर हो गई थीं. यहां तक कि प्रो रेसलिंग लीग भी उन्होंने अपने घर में टीवी पर देखी थी, जबकि यही विनेश सीज़न-1 की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित की गई थीं.
पूजा ढांडा
इसी तरह पीडब्ल्यूएल में जिस तरह गीता ने नाम मात्र के साथ अपनी एंट्री दर्ज की थी और उनके पति पवन को 86 किलो वजन लीग में न होने की वजह से बाहर बैठना पड़ा था, वहीं इस बार स्थिति उलट है. पवन 86 किलो में रेलवे की ओर से भाग लेंगे जबकि गीता हरियाणा टीम में नहीं हैं. उनकी जगह पूजा ढांडा को दी गई है.
वहीं सरिता अपनी शादी के 20 दिन बाद 58 किलोग्राम वजन में अपनी चुनौती रखेंगी. एक मार्च को विवाह के बाद वह चार मार्च को ही लखनऊ में राष्ट्रीय शिविर में शामिल हो गई थीं, जबकि उनके पति राहुल पुरुषों के कैम्प में शामिल हो गए थे. उन्होंने बिना ट्रायल चुने गए बजरंग पूनिया के चयन पर विरोध दर्ज किया है.